Polycystic Ovary Syndrome: PCOS के साथ भी आप हो सकती हैं प्रेग्नेंट, बस ध्यान में रखनी होंगी ये 4 चीजें
Infertility Treatment: इन दिनों बहुत सारी महिलाएं पीसीओएस के कारण प्रेग्नेंसी से संबंधित समस्याओं का सामना कर रहीं हैं. उनमें ये अवधारणा फैलने लगी है कि PCOS से ग्रस्त महिलाएं इनफर्टिलिटी (Infertility) की शिकार हो जाती हैं. आइए बताते हैं कि आखिर कैसे इस तकलीफ से निजात पाई जा सकती है.
Infertility care with PCOS: आजकल बहुत सी महिलाएं पीसीओएस (PCOS) की वजह से प्रेगनेंसी में आने वाली समस्याओं से जूझ रहीं हैं. पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम का सबसे बड़ा जोखिम गर्भधारण करने में मुश्किलें आना है. इससे पीड़ित महिलाओं के मन में यह अवधारणा बनने लगी है कि इससे इनफर्टिलिटी (Infertility) का खतरा बढ़ जाता है. हालांकि ये आंशिक सत्य है क्योंकि कुछ चीजों का सही से ध्यान रखा जाए तो इस हालत में भी प्रजनन क्षमता बढ़ाई जा सकती है.
'PCOS के बाद भी हो सकती हैं प्रेगनेंट'
जानकारों का कहना है कि पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) कोई खतरनाक बीमारी नहीं है. यह सिर्फ एक स्वास्थ्य विकार है, जिसे सही इलाज के साथ लाइफस्टाइल और खानपान में सुधार करते हुए दूर किया जा सकता है. यानी PCOS से पीड़ित होने के बावजूद प्रेगनेंट हुआ जा सकता है.
1. ट्रीटमेंट - PCOS का पता चलने पर तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें. उनकी हर सलाह का पालन करें. वहीं एन-एसिटाइलसिस्टीन के साथ शॉर्ट टर्म ट्रीटमेंट भी लिया जा सकता है. ये एक बढ़िया एंटीऑक्सिडेंट है, जो प्रजनन क्षमता में सुधार करता है.
2. सही खानपान - फर्टिलिटी (Fertility) बढ़ाने के लिए आप जो कुछ भी कर सकती हैं. उसमें खानपान पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है. हमेशा संतुलित भोजन करें. ध्यान रखें कि इंसुलिन इफेक्टिवनेस के उतार-चढ़ाव को खत्म करना सबसे जरूरी होता है. आप अपनी डाइट में प्लांट बेस्ड सप्लीमेंट भी एड कर सकती हैं. क्योंकि संभव है कि पुरानी डाइट से आपको सभी जरूरी पोषक तत्व न मिल रहे हों. प्लांट बेस्ड सप्लीमेंट के लिए आप किसी काबिल डाइटीशियन से बात करके उसे अपनी डेली डाइट में इसे शामिल कर सकती है.
3. संतुलित एक्सरसाइज - नियमित व्यायाम से पीसीओएस होने के बावजूद फर्टिलिटी हो सकती है. इसके लिए आपको किसी योग शिक्षक या फिजियोथेरेपिस्ट से पहले ये जानना होगा कि कौन सी एक्सरसाइज फर्टिलिटी बूस्ट करने में मददगार हो सकती हैं. उसे करने का सही तरीका क्या है? दरअसल हफ्ते में कम से कम 5 दिन 30 मिनट का मॉडरेट एक्सरसाइज सही होता है.
4. खुद से कोई डिसीजन न लें - ध्यान दें कि अगर आपको खुद के पीसीओएस से प्रभावित यानी पीड़ित होने का पता है तो आप बिना किसी सही डॉक्टर की सलाह लिए अपने मन से कोई घरेलू उपाय, देसी नुस्खा या ट्रीटमेंट न करें. वहीं ये ध्यान भी रखें कि अगर वजन कम करने के लिए आप खाना बंद कर देती हैं और ज्यादा वर्कआउट करने लगती हैं, तो इससे बात और बिगड़ सकती है. इसलिए आपकी डाइट और एक्सरसाइज दोनों संतुलित होना चाहिए.
(Disclaimer: यहां पर दी गई जानकारी सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)