Late Eating Cause Heart Attack: अक्सर लोग व्यस्त दिनचर्या की वजह से खाना समय से नहीं खा पाते हैं. बहुत से लोगों को तो लेट नाइट खाने की आदत होती है. कुछ लोगों को ये मालूम होगा कि लेट खाना सेहत के लिए हानिकारक होता है, लेकिन ये कितना खतरनाक हो सकता है ये शायद ही किसी को मालूम हो. एक नई रिसर्च में पता चला है कि समय से भोजन नहीं करने से दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है. ये खतरा थोड़ा बहुत नहीं बल्कि प्रति घंटे 6 परसेंट बढ़ता है. आइये जानते हैं कि इस अध्ययन में और क्या खुलासे हुए हैं और कैसी दिनचर्या सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है.


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समय से नहीं खाने का प्रभाव
आपको जानकर हैरानी होगी दुनिया में एक तिहाई से अधिक लोगों की मौत की वजह सिर्फ आहार है. ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज के एक अध्ययन के अनुसार, 2019 में कुल 1.86 करोड़ लोगों की मौत हुई थी. जिसमें से लगभग 80 लाख लोगों की मौतें सिर्फ आहार की वजह से हुई थी. इसका मतलब है कि समय से खाना नहीं खाना और बैलेंस डाइट को अपनी दिनचर्या में शामिल न कर पाना बड़ी बीमारियों का कारण बनता है.


देर से खाना मतलब हृदय रोग का खतरा
फ्रांसीसी शोध संस्थान के एक अध्ययन के अनुसार, दिन में पहला भोजन देर से करने से हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है. ये खतरा थोड़ा बहुत नहीं बल्कि प्रति घंटे 6 परसेंट बढ़ता है. यानी समय से खाने वाले की तुलना में 1 घंटे लेट खाने वाले को दिल का दौरा पड़ने की आशंका 6 परसेंट बढ़ जाती है. डिनर के लिए भी रात 8 बजे खाने वालों कि तुलना में देर से खाने वाले की प्रति घंटे 6 परसेंट हृदय रोग होने की आशंका बढ़ जाती है. नेचर कम्युनिकेशंस में प्रकाशित स्टडी के अनुसार, रिसर्च में शामिल लोगों ने खाना खाने के पैटर्न और हृदय रोग के बीच संबंधों का अध्ययन करने के लिए 103,389 प्रतिभागियों के डेटा का उपयोग किया है.


अध्ययन के अनुसार दिनचर्या!
इस स्टडी के अनुसार दिन का पहला मील(नाश्ता) सुबह 8 बजे करना चाहिए. दोपहर का भोजन 12 से 1 बजे तक कर लेना चाहिए. शाम का स्नैक्स 5 बजे लेना चाहिए. और रात का मील (डिनर) 8 बजे तक कर लेना चाहिए. इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि हर लगातार दो मील के बीच में एवरेज टाइम गैप हो. ऐसा करने से ओवरईटिंग जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है. बहुत से लोग दिन के दो मील के बीच के गैप को तो मेंटेन रख लेते हैं लेकिन रात से सुबह के खाने के बीच के समय का ध्यान नहीं रख पाते हैं. इसलिए दिन के अंतिम भोजन और अगले दिन के पहले भोजन के बीच का गैप लंबा नहीं होना चाहिए.