नई दिल्‍ली: देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले घटना राहत की बात है लेकिन हाल ही में हुई मानसून (Monsoon) की दस्‍तक भी अपने साथ नई बीमारियां लेकर आती है. बारिश के मौसम (Rainy Season) में जगह-जगह भरा पानी मच्छरों (Mosquitos) को पनपने का मौका देता है. फिर इन मच्‍छरों के काटने से कई गंभीर बीमारियां होती हैं. लिहाजा इस मौसम में सावधानी बरतना बहुत जरूरी है. ये बीमारियां हर उम्र के लोगों को अपना शिकार बनाती हैं. 


मच्‍छरों से होती हैं ये गंभीर बीमारियां 


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दरअसल, बारिश का मौसम मच्छरों के प्रजनन का मौसम होता है. इसलिए इस मौसम में इनका आतंक सबसे ज्‍यादा होता है और ये जमकर बीमारियां फैलाते हैं. इस मौसम में डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया जैसी बीमारियां होना आम बात है. 


डेंगू: यह मच्‍छरों के काटने से होने वाला एक तरह का बुखार है. यह एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से होता है. डेंगू (Dengue) होने पर मरीज को पहले तेज बुखार होता है और उसे बहुत ज्‍यादा थकान महसूस होती है. पिछले कुछ सालों में इस बुखार के कारण कई लोगों की जान गई है. एडीज एजिप्टी मच्छर ठहरे हुए पानी में पनपते हैं. जैसे- टंकी, बाल्टी, ड्रम, कुएं, कूलर में जमा पानी. इसके अलावा यह पौधों के गमलों में भरे पानी में भी पैदा हो जाते हैं. 


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मलेरिया: मलेरिया (Malaria) मादा एनोफिलीज मच्‍छर के काटने से होता है. इस मव्‍छर में  प्लास्मोडियम नाम का एक-कोशिका वाला जीवाणु पाया है. इस मादा मच्‍छर का एक डंक ही व्‍यक्ति को मलेरिया का शिकार बनाने के लिए काफी है. मच्छरों की यह प्रजाति गंदे पानी में पनपती है. 


चिकनगुनिया: चिकनगुनिया (Chikungunya) एडीज एल्बोपिक्टस मच्छर की वजह से होता है. ये एक वायरल बीमारी है. इस मच्‍छर की खास बात यह है कि यह रात में ही नहीं बल्कि दिन में भी काटता है. वरना आमतौर पर मच्‍छर शाम ढलने के समय ज्‍यादा होते हैं. यह मच्छर भी रुके हुए पानी में पनपते हैं. 


ऐसे करें बचाव 


- हमेशा सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें.
- घर में और घर के आसपास पानी जमा न होने दें.
- घर और आसपास साफ-सफाई रखें.
- मच्‍छर होने पर ऐसी क्रीम या अगरबत्‍ती का इस्‍तेमाल करें जो मच्‍छर भगाती हैं. 
- बच्‍चों को पार्क में खेलते समय या बाकी समय भी पूरी आस्‍तीन के कपड़े पहनाएं, ताकि मच्‍छर उन्‍हें काट न सकें.