Hair Care Tips: देश में आधे युवा गंजेपन के शिकार, इसी में छिपी है भारत की कॉस्मेटिक इंडस्ट्री की ग्रोथ की रफ्तार
Hair Transplant: एक रिसर्च के अनुसार भारत में औसतन होने वाले 100 हेयर ट्रांसप्लांट में 93 पुरुषों के होते हैं और 7 महिलाओं के. 2022 में भारत में बालों का कारोबार 600 करोड़ रुपये का रहा, साल 2031 तक इस बाजार के 3 हजार करोड़ रुपये का होने का अनुमान है.
Hair Care Routine for Growth: कंघी करते हुए क्या आप भी सोचते हैं कि आपके बाल गिर क्यों रहे हैं या कम हो रहे हैं. घबराइए नहीं! ऐसा सोचने वाले आप अकेले नहीं हैं. भारत में 21 से 31 साल के 46% लोग गंजेपन के शिकार हो रहे हैं. ऐसा नहीं है कि ये समस्या केवल भारत में है. अमेरिकन हेयर लॉस एसोसिएशन की स्टडी के मुताबिक 35 साल की उम्र तक 66% लोग और 50 साल की उम्र तक आते आते 85% लोग गंजेपन के शिकार होने लगते हैं. इन्हीं आंकड़ों में भारत की कॉस्मेटिक इंडस्ट्री की ग्रोथ की रफ्तार छिपी है और ये एक ऐसी कॉस्मेटिक इंडस्ट्री है जिसका बाजार महिलाएं नहीं, बल्कि पुरुष बढ़ा रहे हैं.
2022 में भारत में बालों का कारोबार 600 करोड़ रुपए
हाल ही में जारी हुए एक सर्वे के मुताबिक भारत में हेयर ट्रांसप्लांट का बाजार साल भर में 30 प्रतिशत की दर से बढ़ा है. 25 वर्ष से 40 वर्ष के युवा इस मार्केट के सबसे बड़े ग्राहक बनकर उभरे हैं. खासतौर पर शादी के लिए पार्टनर तलाशने से पहले युवा अपनी लुक्स को बेहतर करने की चाह में हेयर ट्रांसप्लांट करवाने जाते हैं. एक रिसर्च के अनुसार भारत में औसतन होने वाले 100 हेयर ट्रांसप्लांट में 93 पुरुष होते हैं और 7 महिलाएं. 2022 में भारत में बालों का कारोबार 600 करोड़ रुपए का रहा. 2031 तक इस बाजार के 3 हजार करोड़ रुपए का होने का अनुमान है.
रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर और ट्रेंड डॉक्टर ही कर सकते हैं हेयर ट्रांसप्लांट
हेयर ट्रांसप्लांट के बाजार को नियम कायदों के दायरे में रखने के लिए पिछले वर्ष सितंबर में नेशनल मेडिकल कमिशन ने गाइडलाइंस जारी की. इसके बावजूद हेयर ट्रांसप्लांट के कारोबार में लगे ज्यादातर क्लीनिक्स मेडिकल काउंसिल से रजिस्टर्ड ही नहीं हैं. NMC की गाइडलाइंस के मुताबिक रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर और ट्रेंड डॉक्टर ही हेयर ट्रांसप्लांट कर सकते हैं. उनके असिस्टेंट भी क्वालिफाइड और मेडिकल बैकग्राउंड के होने चाहिए. जहां हेयर ट्रांसप्लांट किया जा रहा है वहां OPERATION THEATRE और ICU होना चाहिए या फिर सेंटर किसी ऐसे हॉस्पिटल से जुड़ा हो जहां आईसीयू की सुविधा हो ताकि मरीज को दिक्कत आए तो उनको वहां दाखिल किया जा सके. ट्रांसप्लांट करवाने वाले को प्रोसीजर और कॉम्प्लिकेशन की जानकारी दी जाए.
हेयर ट्रांसप्लांट आज एक बेहतरीन विकल्प
ये जरुरत क्यों पड़ी ये भी जान लीजिए. हेयर ट्रांसप्लांट की डिमांड बढ़ने से अब गली नुक्कड़ में ये सेंटर खुल गए हैं. कई जगहों पर एमबीबीएस डॉक्टर नहीं बल्कि नौसिखिए ये काम कर रहे हैं. किसी सेंटर में थोड़े दिन काम देखा, सीखा और खोल लिया सेंटर. कई जगहों पर टेक्नीशियन्स ही हेयर ट्रांसप्लांट जैसी संवेदनशील सर्जरी को अंजाम दे रहे हैं. देश के कई हिस्सों से पिछले दो सालों में हेयर ट्रांसप्लांट प्रोसीजर की वजह से लोगों की मौत की खबरें रिपोर्ट हुई हैं लेकिन ये भी सच है कि बेहतर लुक्स के लिए हेयर ट्रांसप्लांट आज एक बेहतरीन विकल्प के तौर पर उभरा है.
सावधानियां बरतने के बावजूद कॉप्लिकेशंस का खतरा
हेयर ट्रांसप्लांट एक कॉस्मेटिक प्रोसीजर जरुर है लेकिन ये प्रोसीजर बहुत सावधानी से और मरीज को बेहोश करके ही किया जा सकता है. किसी भी दूसरी सर्जरी की तरह इस सर्जरी में भी तमाम सावधानियां बरतने के बावजूद कॉप्लिकेशंस होने का खतरा बना रहता है.
एक बाल लगाने का खर्च होते हैं 40 रुपए से 100 रुपए
हेयर ट्रांसप्लांट यानी बाल उगाने का कारोबार ब्यूटी का जरुर लगता है लेकिन ये एक सर्जिकल प्रोसीजर है, इसलिए अगर आप बाल उगाने के बारे में सोच रहे हों तो पहले ये समझिए कि ये सर्जरी जैसा ही काम है, ये लंबी प्रक्रिया है और संवेदनशील भी. हेयर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ नवनीत हरोर के मुताबिक आमतौर पर मरीज के सिर के ही पीछे के बाल लिए जाते हैं और आगे लगा दिए जाते हैं. सिर पर बिल्कुल बाल ना हों तो दाढ़ी या स्किन से बाल लिए जा सकते हैं. एक बाल लगाने का खर्च 40 रुपए से 100 रुपए तक आ सकता है.
आमतौर पर 2 से 3 हजार बाल लगाने पड़ते हैं
आमतौर पर 2 से 3 हजार बाल लगाने पड़ सकते हैं जो बाल लगाए जाते हैं उनमें से 60-70% बाल झड़ जाते हैं लेकिन जड़ बनी रहती है और धीरे धीरे बाल उगने लगते हैं. पूरी तरह से ट्रांसप्लांट के नतीजे दिखने में 6 महीने से एक साल तक लग सकता है. ट्रांसप्लांट करवाने के बाद बालों की देखभाल भी जरुरी है. बालों के खास शैंपू और तेल के अलावा PRP सेशन्स लेते पड़ते हैं. इसमें मरीज के प्लाज्मा को ही सिर में Inject किया जाता है.
अब ये भी जानिए कि किन लोगों को हेयर ट्रांसप्लांट नहीं करवाना चाहिए
डायबिटीज के मरीज को हेयर ट्रांसप्लांट कराने से पहले डॉ से सलाह लेनी चाहिए. हाई बीपी के मरीज व्यक्ति को भी हेयर ट्रांसप्लांट करवाने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. एलर्जी की दवा लेने वाले मरीजों को हेयर ट्रांसप्लांट नहीं करवाना चाहिए. दरअसल इस सर्जरी के बाद मरीज को जख्म सूखने की कई दवाएं भी दी जाती हैं. ये दवाएं एलर्जी के मरीज के लिए खतरनाक हो सकती हैं. ऐसे मरीज जिन्हें पेसमेकर लगा है या अन्य कोई आर्टिफिशियल उपकरण लगा है इन्हें भी हेयर ट्रांसप्लांट का रिस्क लेने से बचना चाहिए. इस ऑपरेशन के दौरान दिया जाने वाला एनेस्थीसिया और ग्राफ्टिंग की प्रक्रिया ह्रदय रोगियों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है.
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