इंडिया आने वाले टूरिस्ट्स से ज्यादा फॉरेन जाते हैं हिंदुस्तानी, घूमने में पीछे नहीं हैं भारतीय
पिछले कुछ सालों में छुट्टियां मनाने के लिए विदेश जाने का ट्रेंड बढ़ा है, ऐसे में हम कह सकते हैं कि आने वाले सालों में और भी ज्यादा इंडियंस फॉरेन टूर पर जाएंगे.
Indian Tourists Are Travelling Internationally Than Before: सरकारी आंकड़े के मुताबिक घूमने -फिरने के मामले में हमारे देश के लोग विदेशियों से पीछे नहीं रहते. इंडिया में जितने फॉरेन टूरिस्ट्स आते हैं उससे ज्यादा तादात में भारतीय देश से बाहर छुट्टियां मनाने जाते हैं. पर्यटन मंत्रालय की मानें तो 36.5 फीसदी विदेशी हमारी धरती पर आते हैं, वहीं 36.8 फीसदी इंडियंस विदेश जाते हैं. कोविड-19 महामारी के बाद घूमने-फिरने वालों की तादात काफी ज्यादा बढ़ गई है.
बढ़ रहा फॉरेन टूरिज्म
हॉलीडे के लिए विदेश जाने वाले भारतीयों की संख्या बढ़ी है, साल 2022 में 64.40 फॉरेन टूरिस्ट इंडिया आए थे, हालांकि इनमें से बड़ी तादाद एनआरआई की थी जो कि 21.11 फीसदी थी. वहीं साल 2024 की बात करें तो तकरीबन 2 करोड़ 16 लाख भारतीय विदेश यात्रा पर गई. इनमें एनआरआई की तादात तकरीबन 39.5 फीसदी रही. इसके अलावा 36.8 फीसदी भारतीय स्कून की तलाश, हॉलीडे और एनरटेनमेंट के लिए बाहर गए.
कोरोना में टूरिज्म पर पड़ी थी मार
साल 2020 में जब कोविड महामारी का खौफ फैला हुआ तब महज 20.74 लाख फॉरेन टूरिस्ट हमारे देश आए. इनमें से 42 फीसदी पर्यटक सिर्फ घूमने-फिरने की नीयत से भारत आए. वहीं 2024 की बात करें तो तकरीबन 70 लाख 29 हजार भारतीय विदेश गए.इनमें से तकरीबन 32 फीसदी भारतीय हॉलीडे मनाने बाहर गए.
साल 2021 में भारत में कोरोना वायरस महामारी अपने चरम पर थी, यही वजह रही कि इस दौरान महज 10.52 लाख विदेशी भारत आए, जिनमें से सिर्फ 8.1 फीसदी लोग टूरिज्म के मकसद से भारत आए. जबकि साल 2024 में 80.55 लाख भारतीय विदेश यात्रा पर गए, जिनमें से 15 फीसदी भारतीयों का मकसद घूमना फिरना था.
कौन से देश जाना पसंद करते हैं भारतीय?
फॉरेन हॉलीडे के लिए 65.4 भारतीयों ने साउथ ईस्ट एशिया को चुना जिनमें थाइलैंड, सिंगापुर और मलेशिया शामिल थे. जबकि 61.5 फीसदी लोग दक्षिण एशियाई देश घूमने गए, जिमें मालदीव, नेपाल और ईरान शामिल हैं. इसके बाद अफ्रीका और यूरोप का नंबर आता है.
विदेश जाने की अहम वजह क्या है?
कोविड-19 महामारी के बाद भारत में डोमेस्टिक फ्लाइट के किराये में जबरदस्त इजाफा देखा गया है, ऐसे में इंडिया के आसपास के देशों के हवाई किराये में ज्यादा फर्क नहीं रह गया है. इन मुल्कों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वीजा में छूट दी गई है. कई देशों ने तो इंडियन सिटिजन्स के लिए वीजा फ्री कर दिया है.