काजू या बादाम, दोनों में कौन है ज्यादा हेल्दी; Weight Loss में कौन आता है काम?
बादाम और काजू दोनों ही दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं. जहां काजू में विटामिन K और जिंक भरपूर मात्रा में होता है, वहीं बादाम में ओमेगा फैटी एसिड के अलावा विटामिन ई भी भरपूर मात्रा में होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है. काजू और बादाम दोनों के अपने हेल्थ बेनेफिट्स हैं लेकिन फिर भी वे बहुत अलग हैं. आइये जानते हैं, दोनों में ज्यादा बेहतर विकल्प कौन सा है- बादाम या काजू :
Cashew or Almond Which is Better : अपने आहार में नट्स को शामिल करना प्रोटीन, हेल्दी फैट, फाइबर, विटामिन और खनिजों के साथ बेहतरीन पोषण जोड़ने का सबसे अच्छा तरीका है. नट्स शरीर के वजन को कंट्रोल करने में मदद करते हैं क्योंकि उनका फैट पूरी तरह से अवशोषित नहीं होता है और वो आपकी भूख या क्रेविंग को कंट्रोल कर सकते हैं. नट्स अपने पोषक तत्वों के कारण हृदय रोग और डायबिटीज जैसी कई बीमारियों से लडने की शक्ति बढाते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, काजू और बादाम दो सबसे पौष्टिक नट्स हैं. दोनों ही पोषक तत्वों से भरपूर हैं. बादाम और काजू - दोनों ही पेड़ के नट्स हैं और दिल की सेहत के लिए फायदेमंद हैं. काजू में विटामिन K और जिंक भी भरपूर मात्रा में होता है. काजू और बादाम दोनों के अपने हेल्थ बेनेफिट्स हैं, लेकिन फिर भी एक दूसरे से ये दोनों बहुत अलग हैं. जानिये आपके लिए दोनों में कौन सा बेहतर ऑप्शन है. खासतौर से तब जब आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं.
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बादाम खाने के फायदे :
न्यूट्रिशनिस्ट यानी पोषण विशेषज्ञों की मानें तो बादाम आपके पेट के लिए बहुत अच्छे होते हैं क्योंकि इनमें सबसे ज्यादा फाइबर होता है. किसी भी दूसरे नट्स के मुकाबले इनमें ज्यादा फाइबर होता है. बादाम विटामिन ई से भी भरपूर होते हैं, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करते हैं. अध्ययनों के अनुसार, बादाम अच्छे बैक्टीरिया के स्तर को भी बढ़ाते हैं जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं.
इसके अलावा बादाम में मैग्नीशियम की मात्रा भी अधिक होती है, जिसकी वजह से यह टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को कम करने में कारगर है. विशेषज्ञों का कहना है कि बादाम में मौजूद मैग्नीशियम ब्लडप्रेशर को कम करने में भी मदद करता है, जो दिल के दौरे, स्ट्रोक और किडनी फेलियर की मुख्य वजह है.
ये स्वादिष्ट नट्स आपके रक्त में LDL के स्तर को कम करने के अलावा और भी बहुत कुछ करते हैं. वे LDL को ऑक्सीकरण से भी बचाते हैं, जो एथेरोस्क्लेरोसिस के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है. इसको आसान भाषा में समझें तो शरीर की नसों की दीवार पर फैट जमने से ये बचाता है. धमनियों की दीवार पर फैट जमने की वजह से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है.
काजू के फायदे :
काजू अपने बेहतरीन स्वाद और कई लाभों के कारण दुनिया भर में प्रिय हैं. वे नाश्ते, टॉपिंग, काजू मक्खन और डेयरी प्रतिस्थापन के रूप में लोकप्रिय हैं. प्रोटीन, स्वस्थ वसा और पॉलीफेनोल जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर, काजू कई हेल्थ बेनेफिट्स देता है.
डॉक्टरों का कहना है कि काजू में सैचुरेटेड फैट यानी संतृप्त वसा होने के कारण यह खराब माना जाता है, लेकिन इसका अधिकांश हिस्सा स्टीयरिक एसिड से आता है, जिसका रक्त कोलेस्ट्रॉल पर बहुत अधिक प्रभाव नहीं पड़ता है.
शोध में कहा गया है कि जो लोग हर दिन काजू की थोड़ी मात्रा खाते हैं, उनमें एलडीएल कोलेस्ट्रॉल में थोड़ी कमी देखी जा सकती है. वे न केवल खराब कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकते हैं, बल्कि उनमें मौजूद उच्च मैग्नीशियम सामग्री के कारण हृदय रोगों को भी रोक सकते हैं.
चूंकि उनमें कार्बोहाइड्रेट कम होता है, इसलिए काजू ब्लड शुगर के स्तर पर उनके प्रभाव को सीमित करते हैं, जिससे वे टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों के साथ-साथ इस स्थिति को रोकने की चाह रखने वालों के लिए एक अच्छा विकल्प बन जाते हैं.
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कौन है बेहतर ?
पोषण विशेषज्ञों का कहना है कि बादाम आपके शरीर से अतिरिक्त वसा को कम करने के लिए अच्छे होते हैं. एमिनो एसिड एल-आर्जिनिन से भरपूर और अध्ययनों के अनुसार, वे आपके वर्कआउट सेशन के दौरान अधिक वसा और कार्ब्स को जलाने में आपकी मदद करते हैं. इसके अलावा, अगर आप अधिक वजन वाले और मोटे हैं, तो नियमित रूप से बादाम खाने से आपको अधिक वजन कम करने में मदद मिल सकती है. अध्ययनों के अनुसार, काजू में अन्य मेवों की तुलना में कम वसा होती है, लेकिन वजन घटाने पर इसके प्रभावों को स्थापित करने के लिए पर्याप्त अध्ययन नहीं हैं. काजू में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है और यह व्यक्ति को लंबे समय तक भरा हुआ रखता है. काजू में विटामिन K और जिंक अधिक होता है, लेकिन वजन घटाने के लिए फाइबर, विटामिन E और कैल्शियम के लिए बादाम बेहतर विकल्प हैं.
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