Male Fertility Risk: भारत में दुनिया की दूसरी बड़ी आबादी है, इसका मतलब ये हुआ कि यहां के पुरुषों की प्रजनन क्षमता काफी बेहतर है, लेकिन पिछले कुछ सालों में इस मुल्क में मेल इनफर्टिलिटी में काफी कमी देखने को मिली है, जिसकी वजह से मर्दों के पिता बनने में परेशानियां पेश आने लगी है. आखिर इसकी वजह क्या है आइए नजर डालते हैं.


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कब घटती है पुरुषों की फर्टिलिटी
पुरुषों में 50 साल की उम्र के बाद फर्टिलिटी घटती है जबकि महिलाओं में अक्सर ऐसा 32 से 35 साल के बाद होता है, लेकिन आजकल देखा जा रहा है रहा कि मर्दों की प्रजनन क्षमता यंग एज में ही कम होने लगी है. आइए जानते है इसके पीछे के मुख्य कारण कौन-कौन से हैं.


पुरुषों की प्रजनन क्षमता कम होने के कारण


1. इंफेक्शन
असुरक्षित यौन संबंधों के कारण आजकल यौन रोगों यानी एसटीडी (STD) के जरिए संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है. ऐसी बीमारियों से स्पर्म प्रोडक्शन पर असर पड़ता है और स्पर्म का रास्ता भी ब्लॉक हो सकता है.


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2. एंटीबॉडीज
एंटी-स्पर्म एंटीबॉडी (Antisperm Antibody) वो इम्मुन सिस्टम सेल्स (Immune System Cells) हैं जो स्पर्म के लिए नुकसानदेह हैं अगर ये शरीर में बनने लग जाए तो शुक्राणुओं को खत्म करने की कोशिश करते हैं.


3. वैरीकोसेल
वैरीकोसेल (Varicocele) एक ऐसी समस्या है जिसमें अंडकोष से निकल वाले नसों में सूजन होने लगता है, ऐसे में पुरुष की फर्टिलिटी (Male Fertility) पर काफी बुरा असर पड़ता है


4. रेट्रोग्रेड इजेक्युलेशन
रेट्रोग्रेड इजेक्युलेशन (Retrograde Ejaculation) उस वक्त होता है जो यौन संबंधों के दौरान सीमेन बाहर निकले के बजाए ब्लैडर के अंदर चला जाता है. इससे पुरुषों के पिता बनने में बाधाएं आती हैं.


5. ट्यूमर
शरीर में होने वाले ट्यूमर की वजह से पुरुषों के प्राइवेट पार्ट्स पर काफी बुरा असर पड़ता है, क्योंकि पिट्यूटरी ग्लैंड (Pituitary Gland) के जरिए ये अंग प्रभावित होने लगते हैं.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)