Cough Syrup: कफ सिरप पीते ही रुक गई ढाई साल के बच्चे की हार्ट बीट, फिर 20 मिनट बाद हुआ कुछ ऐसा चमत्कार
Cough Syrup Side Effects: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है, जहां कफ सीरप देने के बाद एक ढाई साल के बच्चे की दिल की धड़कन करीब 20 मिनट के लिए रुक गई.
Cough Syrup Risk: बदलते मौसम का सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों पर होता है और उन्हें सर्दी-खांसी (Cold and Cough) होने लगती है. ऐसे में लोग सबसे पहले कफ सिरप (Cough Syrup) का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि यह काफी खतरनाक हो सकता है. ऐसा ही एक दिल दहलाने वाला मामले मुंबई से सामने आया है, जहां कफ सिरप पीने के बाद 30 महीने के बच्चे की हार्टबीट रुक गई थी.
दवा देने के 20 मिनट बाद बंद हो गई दिल की धड़कन
मुंबई के रहने वाले पेन मैनेजमेंट स्पेशलिस्ट तिलु मंगेशकर (Dr. Tilu Mangeshikar) का ढाई साल का पोता 15 दिसंबर को खांसी और जुकाम से पीड़ित था. इसके बाद उसकी मां ने एक मल्टीनेशनल कंपनी की खांसी की दवाई दी, लेकिन दवा देने के 20 मिनट बाद वह अचानक गिर गया और उसकी हार्ट बीट बंद हो गई. इसके साथ ही वह बच्चा सांस भी नहीं ले पा रहा था.
करीब 20 मिनट तक नहीं मिला बच्चे का पल्स
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, हृदय गति रुकने के बाद बच्चे की मां उसको लेकर तुरंत मुंबई के हाजी अली एरिया में स्थित एसआरसीसी अस्पताल पहुंचीं. इस दौरान वह बच्चे को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) भी देती रहीं. उन्होंने बताया कि उनके बच्चे को आंख खोलने, ब्लड प्रेशर और दिल की धड़कन बढ़ने में करीब 20 मिनट लग गए.
खांसी की दवाई के अलावा कोई कारण नहीं मिला
बच्चे की मां ने बताया कि इस घटना के बाद हमने कई जांच कराई, लेकिन हमें खांसी की दवाई के अलावा कोई कारण नहीं मिला. उन्होंने बताया कि मेडिकल जांच में पाया गया कि दवा में क्लोरोफेनरामाइन और डेक्सट्रोमेथोर्फन यौगिकों का संयोजन था, जिसे FDA ने चार साल से कम उम्र के बच्चों को देने पर रोक लगाई है. हालांकि, इस दवा पर ऐसा कोई लेबल नहीं लगा था और डॉक्टर इसे मरीजों को दे रहे हैं.
कफ सिरप से सीधा साबित करना आसान नहीं
एक सीनियर चाइल्ड स्पेशलिस्ट ने इस मामले को लेकर कहा कि बच्चे के गिरने और खांसी की दवाई की एक खुराक के बीच सीधा संबंध बनाना आसान नहीं है. महाराष्ट्र के बाल चिकित्सा कोविड टास्क फोर्स के सदस्य रहे डॉ. विजय येवाले ने कहा कि उन्होंने चार साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कभी भी खांसी के सिरप की सिफारिश नहीं की है.
उन्होंने आगे कहा कि ज्यादातर स्थितियों में खांसी की दवाई की आवश्यकता नहीं होती है. उदाहरण के लिए, नाक बहने और खांसी को गर्म सिंकाई से ठीक किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि कुछ खास कफ सिरप को हृदय संबंधी समस्याओं से जोड़ने वाले नए सबूत मिले हैं.
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