Papaya Seeds: Flavonoids से भरपूर पपीते के बीज खाना हो सकता है खतरनाक, कैंसर के साथ अंग हो जाएंगे डैमेज!
Side effects of papaya seeds: पपीता खाना ठीक है जैसा कि आप आमतौर पर करते हैं लेकिन किसी भी रूप में इसके बीजों का सेवन न करें. वर्तमान में कई अध्ययनों से कोई क्लिनिकल लाभ और सिफारिशें मौजूद नहीं हैं.
Side effects of papaya seeds: हर प्राकृतिक चीज सुरक्षित नहीं है, खासकर यदि वह प्रकृति में प्रायोगिक हो. जबकि इंटरनेट विभिन्न प्रकार के हेल्थ हैक्स से भरा पड़ा है, तो हर सलाह को अपनाने से पहले उसकी पूरी जानकारी करना बहुत जरूरी है. ऐसी ही एक सलाह इंटरनेट पर वायरल हो रही है, जिसमें पपीते के बीज (papaya seeds) के सेवन से कई स्वास्थ्य लाभों का दावा किया जा रहा है. वीडियो में दावा किया गया है कि पपीते के बीज (papaya seeds benefits) मासिक धर्म को ठीक करने, अनचाही प्रेग्नेंसी से निपटने, हार्मोनल बैलेंस को बहाल करने और पीरियड्स की ऐंठन में मदद करता है. हालांकि चिकित्सक वैज्ञानिक डॉ. सिरिएक एबी फिलिप्स ने बताया कि इन बीजों का सेवन जहरीला साबित हो सकता है.
एक्स (पहले ट्विटर) में एक पोस्ट शेयर करते हुए डॉ. फिलिप्स ने बताया कि अध्ययनों से पता चला है कि पपीते के बीज का सेवन पुरुषों में स्पर्म को नुकसान पहुंचाता है. पपीते के बीज के सेवन से पुरुषों में स्पर्म की हानि और डैमेज होती है. इससे स्पर्म की संख्या पूरी तरह खत्म हो जाती है. बता दें कि वैज्ञानिक इस पर बंदरों के ऊपर अध्ययन किया है, जिसके बाद ये नतीजे सामने आए हैं. डॉ. फिलिप्स बताते हैं कि हालांकि पपीते के बीज का कोई सिद्ध लाभ नहीं है, लेकिन इसके सेवन से कई संभावित हानिकारक प्रभाव हो सकते हैं.
डैमेज हो सकते हैं अंग
डॉ. फिलिप्स बताते हैं कि जानवरों पर किए गए अध्ययन में, पपीते के बीज ने डैमेज लिवर सेल्स को निकाला, डीएनए को नष्ट किया और लीवर को गंभीर चोट पहुंचाई, जिससे सिरोसिस हो गया. लंबे समय तक पपीते के बीजों का सेवन सिरोसिस को प्रेरित कर सकता है, जैसा कि जानवरों में दिखाया गया है. उन्होंने कहा कि पपीते के बीज आइसोथियोसाइनेट्स नामक प्लांट कैमिकल का एक पावरहाउस हैं, जो डीएनए को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कैंसर की संभावना के साथ अंग डैमेज का कारण बन सकते हैं.
केवल फल का ही सेवन करें
पपीता खाना ठीक है जैसा कि आप आमतौर पर करते हैं लेकिन किसी भी रूप में इसके बीजों का सेवन न करें. वर्तमान में कई अध्ययनों से कोई क्लिनिकल लाभ और सिफारिशें मौजूद नहीं हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.