Tips for Detecting Children Lies: हम सभी के घरों में छोटे बच्चे होते हैं. अक्सर वे कुछ पूछने पर झूठ बोल जाते हैं. छोटे-मोटे झूठ को तो आप इग्नोर कर सकते हैं लेकिन अगर उनका झूठ बोलना आदत बन जाए तो आगे चलकर बड़ मुसीबत बन सकता है. ऐसे में आप उन्हें शुरू में ही झूठ बोलने से रोक दें तो बेहतर रहेगा. आज हम आपको ऐसे टिप्स (Parenting Tips) बताते हैं, जिनके जरिए आप जान सकते हैं कि आपका बच्चा कब आपसे झूठ बोल रहा है और कब सच. आइए जानते हैं कि वे टिप्स क्या हैं.


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चेहरे के भाव अचानक बदल जाना


बच्चों को अपने चेहरे के भावों को छुपाना नहीं आता. जैसे ही उनसे कड़ाई से कोई बात पूछे और उनके चेहरे के भाव अचानक बदल जाएं तो समझ जाएं कि कुछ गड़बड़ है. आपके पूछने पर बच्चे जवाब जरूर दे रहा होगा, लेकिन उसके चेहरे के एक्सप्रेशन कुछ ओर ही इशारा कर रहे होंगे. ऐसे में आप समझ (Parenting Tips) जाएं कि बच्चा आपसे झूठ बोल रहा है. उसकी बॉडी लैंग्वेज को देखकर भी आप उसकी सच्चाई का अंदाजा लगा सकते हैं. 


अपनी आवाज को ऊंचा करके बोलना


जब भी बच्चा आपके सवाल का जवाब सामान्य से ज्यादा ऊंची आवाज में दे तो समझ जाएं कि वह झूठ बोल रहा है. असल में ऊंची आवाज के जरिए वह यह जताने की कोशिश करता है कि वह जो भी बोल रहा है, वह सब सच है. जबकि सच बोलने वाला बच्चा हमेशा सामान्य टोन में ही बात करता है. अगर आपके सवाल का जवाब देते हुए बच्चा अटकने (Parenting Tips) या हकलाने लग जाए तो वह भी उसके झूठ बोलने का संकेत हो सकता है. 


जवाब देते हुए नजरें चुराना 


मनोचिकित्सकों के मुताबिक जब भी कोई व्यक्ति झूठ बोलता है तो वह नजरें चुराने लगता है. यह बात बच्चे पर भी लागू होती है. अगर वह जवाब देते हुए अपनी नजरें चुराने लग जाए और आपकी आंखों में आंखें डालकर बात न करे तो वह उसके झूठ बोलने का संकेत होता है. आप उससे बोलें कि वह आपसे नजरें मिलाकर बात करे. इसके बाद अगर वह जबरदस्ती नजरें मिलाने की कोशिश करता है तो इसका मतलब वह झूठ बोल रहा होता है. 


बार-बार अपने चेहरे को छूना


आमतौर पर सच बोलने वाले बच्चे शांत होकर किसी भी सवालों का जवाब देते हैं. लेकिन जो बच्चा झूठ बोल रहा होता है, उसकी स्थिति ऐसी नहीं होती. वह जवाब देते वक्त नर्वस (Parenting Tips) होता है और बार-बार अपने नाक, कान या आंख को छूने की कोशिश करता है. कई बच्चे जवाब देते वक्त अपने होंठ काटने लगते हैं तो कई अपनी अपने हाथ से दूसरे हाथ को पकड़ने लगते हैं. ये सब उनके झूठ बोलने की निशानी होते हैं.


कई सवालों से असहज हो जाना 


अगर कभी आपको लगे कि बच्चा झूठ बोल रहा है तो उससे एक के बाद एक कई सवाल करें. एक-दो झूठ को बोलना तो आसान होता है लेकिन कई सारे झूठ को बोलना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में आपके लगातार सवाल करते जाने से बच्चा घबराहट (Parenting Tips) में आ जाता है और उसके मुंह से सच निकल ही जाता है. जब आपको पता चल जाए कि आपका बच्चा झूठ बोल रहा है तो उसे डांटें-फटकारें नहीं बल्कि प्यार से उसके दुष्प्रभावों के बारे में बताएं. आपकी थोड़ी डांट और थोड़ा प्यार ही उसे अनुशासन में ला देगा. 


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