नई दिल्ली: अगर आपकी उम्र 18 से 24 साल के बीच है, तो इस उम्र में आपको मोटापे यानी Obesity का सबसे ज्यादा खतरा है. एक स्टडी के मुताबिक, ऐसा अनुमान है कि अगले 10 सालों में 18 से 24 साल के युवाओं में Obesity का खतरा सबसे ज्यादा होगा.


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डॉक्टरों के मुताबिक, ओवर वेट या ओबीज होना एक गंभीर स्थिति है क्योंकि, इसका आपकी हेल्थ पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ता है. जब लोग जितनी कैलोरीज बर्न नहीं कर पाते, उससे ज्यादा कैलोरीज लेते हैं, तब एक्सेस कैलोरी फैट के रूप में स्टोर हो जाती है.


बॉडी फैट पहुंचाने लगता है नुकसान 


कुछ लोगों के लिए थोड़ा सा बॉडी फैट बढ़ना स्वास्थ्य के लिए खतरा नहीं पैदा करता, लेकिन जब ज्यादा कैलोरीज कंज्यूम करने लगते हैं, तब उनके शरीर में फैट जमा होने लगता है और उनका वजन बढ़ने लगता है. ऐसे में शरीर उस कंडीशन में पहुंच जाता है, जब आपके शरीर का बॉडी फैट, आपको नुकसान पहुंचाने लगता है. 


मोटापे का सबसे ज्यादा खतरा


ए​क नई स्टडी के मुताबिक, 18 से 24 साल के युवाओं को ओबीज यानी मोटापे का खतरा सबसे ज्यादा होता है. जर्नल The Lancet Diabetes and Endocrinology में छपी एक स्टडी के मुताबिक, अगले 10 सालों में मोटापे की समस्या व्यस्कों से ज्यादा 18 से 24 साल के युवाओं में देखने के लिए मिलेगी. वहीं रिसर्चर्स ने ये भी कहा कि कम उम्र के लोगों में वजन के बढ़ने का जोखिम है, लेकिन यह उम्र के साथ घटता जाता है. 


इस स्टडी के मुताबिक, 65 से 74 साल के लोगों की तुलना में 18 से 24 साल के युवाओं में मोटापे का खतरा चार गुना ज्यादा था. वहीं 18 से 24 साल के युवाओं में ओवरवेट से ओबेसिटी होने का खतरा 4.6 गुना तक देखा गया. इनमें मोटापे के गंभीर मामलों का खतरा 5.9 गुना तक ज्यादा था. 


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बॉडी मास इंडेक्स चेक करें


मोटापे की वजह से कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने, हाई ब्लड प्रेशर, टाइप टू डायबिटीज और ओस्टियोआर्थराइटिस जैसी समस्याएं हो सकती हैं. आपको ओबीज है या नहीं, इसके लिए BMI यानी बॉडी मास इंडेक्स चेक करके. अगर ये 30.0 से ज्यादा है, तो इसे ओबीज माना जाता है.


हेल्दी डाइट और एक्ससाइज


वजन कम करने के लिए सबसे जरूरी है कि आप क्या खाते हैं और कितनी फिजिकल एक्सरसाइज करते हैं. अच्छी डाइट और एक्सरसाइज वजन कम करने का सबसे अच्छा तरीका है. whole grains, फलों और सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करें. lean meats, poultry fish, नट्स और सीड्स जैसी चीजें खाएं. सैचुरेटेड फैट्स, ट्रांस फैट्स, कोलेस्ट्रॉल और एडेड शुगर, सोडियम की मात्रा को कम करें. जितनी कैलोरी की जरूरत है, उसके हिसाब से ही खाना खाएं. वजन को कंट्रोल में रखने के लिए कम से कम हर हफ्ते 150 मिनट से 300 मिनट तक एक्सरसाइज करें.  


पर्याप्त नींद लें


कई बार वर्क प्रेशर या दूसरे कारणों से आप पर्याप्त नींद नहीं लेते. इसका असर भी वजन पर पड़ता है. एक स्टडी के मुताबिक, नींद न आने से भूख लगने वाला हार्मोन जिसे Ghrelin बढ़ता है और आपको संतुष्ट पर पेट भरा महसूस कराने वाला हर्मोन Leptin घटता है. इससे आप ओवरईटिंग के शिकार हो सकते हैं और आपका वजन बढ़ सकता है. रोजाना रात को सात से 9 घंटे की नींद लेना आपके लिए जरूरी है.