बादाम भिगोकर खाएं या बिना भिगोए, कैसे खाना ज्यादा सेहतमंद?
Soaked vs Raw Almonds: बादाम में भरपूर मात्रा में फाइबर, प्रोटीन, विटामिन ई और मैग्नीशियम पाया जाता है. बादाम खाना हमारे सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है, इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन एक सवाल जो बार-बार उठता है कि बादाम खाने का कौन सा तरीका ज्यादा सेहतमंद है - भिगोकर खाना या बिना भिगोए? आइए जानते हैं बादाम का भरपूर फायदा लेने के लिए उसे कैसे खाया जाए.
बादाम को भिगोकर रखने से क्या होता है?
बादाम में टैनिन नाम का कंपाउंड होता है, जो शरीर में आयरन अवशोषण में बाधा पैदा करता है. भिगोकर रखने से सारा टैनिन बादाम के छिलके में आ जाता है.
बादाम के छिलके में होते हैं एंटी-न्यूट्रिएंट्स
बादाम के छिलके में फायटीक एसिड नाम का केमिकल होता है जो भिगोने के बाद ही जाता है. अगर ऐसा न करें तो इसे खाने के बाद पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए बादाम का छिलका उतारकर ही खाना सेफ माना जाता है.
बिना भिगोए बादाम खाने से क्या होगा?
अगर हम बादाम को बिना भिगोए खाए तो यह हमारी पाचन क्रिया पर बुरा असर डाल सकता है. इसके साथ ही यह अन्य फूड्स से आयरन, विटामिन या मिनेरल्स के अवशोषण में बाधा खड़ी कर सकता है. जिनका पाचन तंत्र पहले से ही कमजोर है, उन्हें बादाम को बिना भिगोए बिल्कुल नहीं खाना चाहिए.
कैसे खाना ज्यादा सेहतमंद?
अगर आप बादाम के गुणों का भरपूर फायदा लेना चाहते हैं तो इसे भिगोकर खाना ही ज्यादा सेहतमंद है. इससे बादाम में पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर तक अच्छे से पहुंचते हैं और हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करते हैं.
दिनभर कितना खाना चाहिए बादाम?
बादाम खाने से याददाश्त तेज होती है और कई प्रकार की शारीरिक व मानसिक समस्याएं दूर हो सकती हैं. बादाम को आप अपनी डेली डाइट में शामिल कर सकते हैं. दिनभर में 23 से अधिक बादाम नहीं खाना चाहिए.
डिस्क्लेमर - प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.