रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर अपनी चहेतियों को दें साड़ी का तोहफा, इन कलेक्शन्स से मिलेगी आपको एक परफेक्ट च्वाइस
साड़ी भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो सुंदरता और शाहीपन का प्रतीक है. यहां आपको आठ प्रकार की साड़ियों के बारे में जानकारी देते हैं जिन्हे देख आप यह बेहतर तरीके से जान लेंगे की कौन सी साड़ी किस अवसर पर पहनने के लिए बेस्ट है.
चंदेरी साड़ी
मध्य प्रदेश की चंदेरी साड़ियां हल्की, चमकदार और पारदर्शी होती हैं. इनमें पारंपरिक डिजाइन जैसे मोर और फूल होते हैं.
बांधनी साड़ी
गुजरात और राजस्थान की ये साड़ियां रंग-बिरंगे टाई-डाई पैटर्न के लिए प्रसिद्ध हैं, जो त्योहारों पर पहनी जाती हैं.
कॉटन साड़ी
रोजमर्रा के पहनावे के लिए आदर्श, ये साड़ियां हल्की और आरामदायक होती हैं और गर्मी में आराम देती हैं.
सिल्क साड़ी
ये साड़ियां कई शैलियों में होती हैं, जैसे सादी सिल्क या भारी कढ़ाई वाली. ये त्योहारों और खास अवसरों पर पहनी जाती हैं.
जॉर्जेट साड़ी
शिफॉन की तरह हल्की और बहती हुई जॉर्जेट साड़ियां आमतौर पर एंब्रॉयडरी और सीक्विन्स से सजी होती हैं.
शिफॉन साड़ी
हल्की और बहती हुई शिफॉन साड़ियां गर्मियों के लिए उपयुक्त हैं. ये विभिन्न रंगों और प्रिंट्स में उपलब्ध होती हैं.
कांजीवरम साड़ी
तमिलनाडु की ये साड़ियां रंग-बिरंगे, भारी सिल्क की होती हैं और आमतौर पर दक्षिण भारतीय दुल्हनों द्वारा पहनी जाती हैं.
बनारसी साड़ी
वाराणसी की बनी ये साड़ियां सोने और चांदी की कढ़ाई के लिए जानी जाती हैं. ये भारी सिल्क की होती हैं और शादी-ब्याह के अवसरों पर पहनी जाती हैं.