Red Flag In Relationship: रिलेशनशिप को लेकर आपको हमेशा सावधान रहना चाहिए क्योंकि आपका एक गलत फैसला पूरी जिंदगी को तबाह कर सकता है, यही वजह है कि पार्टनर को सेलेक्ट करने से पहले कई बातों को ध्यान में रखना चाहिए, तभी फ्यूचर कमिटमेंट देना सही रहता है. अगर वो ग्रीन फ्लैग है उसे तभी अपनाएं वरना रेड फ्लेग को 'हां' कहना घाटे का सौदा साबित हो सकता है.


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क्या हे रेड और ग्रीन फ्लैग?


रेड फ्लैग उस तरह के पार्टनर को कहते हैं जो आपको बिलकुल भी सपोर्ट नहीं करता, उसका बिहेवियर बुरा रहता है, नेचर टॉक्सिक है या फिर कोई ऐसी बुराई है जिसे जानते हुए लाइफ लॉन्ग कमिटमेंट नहीं दिया जा सकता. वहीं दूसरी तरफ ग्रीन फ्लैग उन पार्टनर्स को कहते हैं जो आपका सपोर्ट करता है, जो सच बोलता है, केयरिंग है, फ्यूचर को लेकर कमिटेड रहता है और आपकी रिस्पेक्ट करता है.


 


रेड फ्लैग पार्टनर को कैसे पहचानें?


आप रेड फ्लैग से तो बचना चाहते हैं, लेकिन समझ नहीं पाते की कौन सा बिहेवियर इसकी तरफ इशारा करता है और कौन सा नहीं. आइए जानते हैं कि रिलेशनशिप में रेड फ्लैग को कैसे पहचाना जा सकता है.


1. कंट्रोलिंग नेचर


कई बार आपको गलत चीजों पर टोकना, गलत कदम को लेकर आगाह करना बुरा नहीं है, लेकिन अगर वो इंसान हद से ज्यादा कंट्रोल करने की कोशिश कर रहा है, तो समझ जाए फ्यूचर में ये आपके लिए टॉक्सिक साबित हो सकता है.


2. कम्यूनिकेशन गैप


अगर पार्टनर आपसे खुलकर बात करने से कतराता है, या कहने से डरता है तो इस तरह का कम्यूनिकेशन गैप किसी भी रिलेशनशिप के लिए अच्छा नहीं है. अच्छा रिश्ता वही होता है जब आप पार्टनर को दिल की बात करने से घबराते नहीं हैं.


3. झूठ बोलने वाला


अगर आपका पार्टनर आपसे लगातार झूठ बोल रहा है, या कोई सच छिपा रहा है, तो समझ जाएं ये चीटिंग नेचर का हो सकता है, जो आपके रिश्ते के लिए बिलकुल भी सही नहीं है, ये सबसे बड़ा रेड फ्लैग माना जाएगा



4. पसंद और नापसंद बिलकुल अलग


दो इंसाने के बीच थोड़ा बहुत नेचर और पसंद अलग-अलग होना कॉमन है, जो रिलेशनशिप के लिए खतरा नहीं होता, लेकिन अगर आप दोनों की सोच और आदतें पूरी तरह अलग हैं तो रिश्ता निभाना मुश्किल हो जाएगा.


 


(Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मक़सद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.)