ओल्ड एज होम जाने को क्यों मजबूर हो रहे हैं बुजुर्ग? जानिए पिछले कुछ वक्त में ऐसा क्या हुआ
पहले की जमाने में जिंदगी का आखिरी पल अपने परिवार के साथ बीतता था, लेकिन अब कई ऐसे मामले हैं जहां बुजुर्गों को अपना अंतिम समय ओल्ड एज होम में गुजारना पड़ रहा है?
Why Elders Go To Old Age Home: हमारे समाज में बुजुर्गों को काफी सम्मान दिया जाता है, इसके बावजूद इस वक्त काफी ज्यादा तादाद में वृद्ध लोग ओल्ड एज होम में पहुंच रहे हैं. जैसे स्थिति दिख रही है उसको लेकर ये कहा जा सकता है कि आने वाले समय में और ज्यादा वृद्धा आश्रमों की जरूरत पड़ जाएगी. आइए समझने की कोशिश करते हैं कि पिछले कुछ दशकों में आखिर ऐसा क्या हुआ है कि रिटायमेंट होम्स में पहुचने वाले बुजुर्गों की संख्या बढ़ती जा रही है.
ओल्ड एज होम जाने की वजह
1. न्यूक्लियर फैमिली का चलन बढ़ना
पहले के जमाने में ज्वॉइंट फैमिली का कॉन्सेप्ट ज्यादा था जहां बुजुर्ग परिवार के साथ आराम से रहते थे, लेकिन धीरे-धीरे न्यूक्लियर फैमिली का चलन बढ़ गया. इस बदलाव के साथ, बच्चों की नौकरी और व्यक्तिगत जिम्मेदारियों के कारण बुजुर्गों की देखभाल करना मुश्किल हो जाता है. नतीजतन कई परिवार अपने बुजुर्गों को ओल्ड एज होम में भेजने को मजबूर हो जाते हैं, जहां उन्हें खास देखभाल और सुविधा मिलती है.
2. फाइनेंशियल प्रेशर
आर्थिक स्थिति भी ओल्ड एज होम के बढ़ने का एक अहम कारण है. बढ़ती महंगाई और फाइनेंशियल इनस्टेबिलिटी के कारण युवा पीढ़ी अपने बुजुर्गों का पूरा देखभाल नहीं कर पा रही है. ओल्ड एज होम में रहने से बुजुर्गों को एक स्ट्रकचर्ड एनवायरनमेंट मिलता है, जहां उनकी मेडिकल केयर और दूसरी जरूरतें पूरी की जाती हैं, जिससे परिवार की आर्थिक जिम्मेदारी कम होती है.
3. स्वास्थ्य समस्याएं और लंबी उम्र
लंबी उम्र और बढ़ती स्वास्थ्य समस्याएं भी ओल्ड एज होम में बुजुर्गों की तादाद बढ़ाने में मदद करती हैं. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, बुजुर्गों को ज्यादा हेल्थ केयर की जरूरत होती है, जिसे पूरा करना परिवार के लिए मुश्किल हो सकता है. ओल्ड एज होम में पेशेवर स्वास्थ्य सेवाएँ और नियमित देखभाल बुजुर्गों को बेहतर लाइफ क्वालिटी देती हैं।
4. सोशल और इमोशनल वजह
कई बार बुजुर्ग अपनी खुद की आजादी को बनाए रखने के लिए ओल्ड एज होम में जाना पसंद करते हैं. परिवार के साथ रहने के बजाय, वे एक ऐसा वातावरण पसंद करते हैं जहां उन्हें समान उम्र के लोगों के साथ बातचीत करने का मौका मिले और उनकी सोशल लाइफ एक्टिव रहे. इस तरह का माहौल उनकी मेंटल हेल्थ के लिए भी फायदेमंद हो सकता है।
5. संस्कारों में बदलाव
आज का समाज पहले के मुकाबले काफी बदल गया है. अब परिवार के भीतर बुजुर्गों के प्रति वो सम्मान और समर्पण नहीं दिखाई देता जो पहले हुआ करता था, अब उन्हें बोझ के तौर पर देखा जा रहा है. युवा ये भूल गए हैं कि अपने बड़ों की जिम्मेदारी उठाना और देखभाल करना उनका काम है. इसकी वजह से बुजुर्गों को ओल्ड एज होम में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ता है.