Sadhguru Parenting Tips In Hindi: एक बच्चे को दुनिया में लाने से ज्यादा बड़ा और कठिन काम है, उसे सही तरह से बड़ा करना. एक ऐसी परवरिश देना जिससे बच्चा आत्मनिर्भर, जिम्मेदार और खुद के और दुनिया के प्रति जागरूक बन सके. लेकिन ऐसा बहुत ही कम पेरेंट्स करने में सफल हो पाते हैं. ज्यादातर संख्या कॉन्शियस पैरेंट्स की है, जिन्हें यह नहीं पता कि उन्हें अपने बच्चों को किस तरह के सांचे ढलना है. 


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सद्गुरु ने ऐसे ही माता-पिता को सलाह देते हुए कहा है कि आपके बच्चे आपकी जागीर नहीं है. इन्हें इस तरह से ट्रीट करना बंद करें. उन्हें जिंदगी के लिए तैयार करना आपका कर्तव्य है. ऐसे में जरूरी है कि हर माता-पिता बच्चे की परवरिश के दौरान यह जरूर इन गलतियों को करने से बचें-


अपनी उम्र का जोर ना दिखाएं

उम्र का समझदारी से कोई संबंध नहीं होता है. ऐसे में अपने बच्चे पर अपनी ज्यादा उम्र का जोर दिखाकर उनसे दूरियां बढ़ने की गलती ना करें. बच्चे के साथ एक बच्चे की तरह व्यवहार करें, उसकी आवाज को बस इसलिए मत दबाएं क्योंकि आपने उन्हें पैदा किया है. बच्चे का दोस्त बन कर रहना अच्छी पेरेंटिंग की पहली शर्त होती है.


बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम बिताएं

हर पेरेंट्स को अपने बच्चों के लिए समय जरूर निकालना चाहिए. जिसमें आप उनके साथ खेल सके, उनकी बातों को सुन सकें, उनकी समस्याओं समझ सकें. सिर्फ बच्चों पर निगरानी रखना काफी नहीं होता है. 


बच्चों पर ना डालें अपने सपनों का बोझ

ज्यादातर मां-बाप बच्चों पर अपने सपने और उम्मीदों का बोझ डाल देते हैं. जिसके कारण एक बच्चा कभी भी खुद के हुनर को नहीं पहचान पाता है. यदि आप अपने जीवन में कुछ नहीं कर पाए तो इसका बदला अपने बच्चे सा ना लें. याद रखें कि जैसे आपके कुछ सपने हैं वैसे ही कुछ सपने आपके बच्चे के भी होंगे.


बच्चों को हर समय अनुशासन में ना रखें

हर मां-बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा नाप तौल कर बदमाशियां करें, कौन सी चीज कब और कैसी करनी चाहिए सब बता हो. इसके लिए हर समय उसे डिसिप्लिन पर लेक्चर देते रहते हैं. लेकिन ऐसा करना गलत है. सद्गुरु कहते हैं कि यदि आपका बच्चा आपकी हर बात मान रहा है तो इसका मतलब है वह बुद्धु है. स्मार्ट बच्चे चीजों को बिना परखे सही और गलत नहीं मानते हैं.