प्रेग्नेंसी के लिए फर्टिलिटी का स्ट्रांग होना बहुत जरूरी है. वरना कंसीव करने में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में अगर आप फैमिली प्लानिंग कर रहे हैं तो अपनी डाइट पर अधिक ध्यान दें. क्योंकि कुछ ऐसे हैं जो महिलाओं की फर्टिलिटी को कम करने के लिए जिम्मेदार होते हैं. इस लेख में हम आपको 5 ऐसे ही फूड्स के बारे में बता रहे हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ट्रांस फैट्स

ट्रांस फैट्स वाले फूड्स जैसे कि बेकरी आइटम, पैकेज्ड स्नैक्स और फ्राइड फूड, महिलाओं की प्रजनन क्षमता के लिए हानिकारक हो सकते हैं. ये फैट्स हार्मोन के स्तर को प्रभावित करते हैं और अंडाशय की कार्यप्रणाली को भी कमजोर करते हैं. इनसे बचें और हेल्दी फेट्स वाले फूड्स जैसे- जैतून का तेल, एवोकाडो और नट्स को डाइट में शामिल करें.

इसे भी पढ़ें- ऐसी महिलाओं को नहीं मिलता मां बनने का सुख, ये 5 आदतें खत्म कर देती है बच्चा पैदा करने की शक्ति


 


शक्कर मिक्स फूड्स

अधिक मात्रा में शक्कर का सेवन, जैसे कि मीठे पेय, मिठाइयां और प्रोसेस्ड फूड, महिलाओं की फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकता है. शुगर का हाई लेवल इंसुलिन के लेवल को बढ़ाता है, जिससे ओवुलेशन की प्रक्रिया बाधित हो सकती है. इसकी जगह नेचुरल मीठ फ्रूट्स खान का ज्यादा सेवन करना चाहिए.


प्रोसेस्ड मीट

प्रोसेस्ड मीट, जैसे कि सॉसेज, हैम और बेकन फर्टिलिटी के लिए हानिकारक होते हैं. इन खाद्य पदार्थों में उच्च मात्रा में सोडियम और नाइट्रेट होते हैं, जो महिलाओं की प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं. इसकी जगह मछली, चिकन या प्लांट बेस्ड प्रोटीन का सेवन करें.


डेयरी प्रोडक्ट

कुछ अध्ययनों के अनुसार, हाई फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट जैसे -  दूध, क्रीम और फुल फैट योगर्ट फर्टिलिटी के लिए अच्छे नहीं होते हैं. इनमें मौजूद हार्मोन और एंटीबायोटिक्स प्रजनन स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं. ऐसे में कम वसा वाले या प्लांट-बेस्ड डेयरी विकल्पों का चयन करें, जैसे कि बादाम का दूध या सोया दूध.

इसे भी पढ़ें- थायराइड बढ़ने से टूट सकता है मां बनने का सपना, फैमिली प्लानिंग करनी है तो ऐसे रखें Thyroid कंट्रोल


 


कैफीन

अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन, जैसे कि कॉफी, चाय और एनर्जी ड्रिंक्स, महिलाओं की प्रजनन क्षमता पर बुरा असर डाल सकता है. अध्ययन बताते हैं कि अधिक कैफीन गर्भधारण में कठिनाई का कारण बन सकता है. कैफीन की मात्रा को सीमित करें और हर्बल चाय या डिकैफिनेटेड विकल्पों का उपयोग करें.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.