आईलैश डैंड्रफ यानी पलकों पर रूसी, एक ऐसी समस्या है जिसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है. यह एक त्वचा संबंधी समस्या है, जिसमें पलकों के बालों के पास सफेद परत या स्केल्स नजर आने लगती हैं. इसे मेडिकल भाषा में सेबोरिक डर्मेटाइटिस कहा जाता है. अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह परेशानी बढ़ सकती है और आंखों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है.


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शार्प साइट आई हॉस्पिटल्स की वरिष्ठ सलाहकार डॉ. तनुश्री चटर्जी ने आईलैश डैंड्रफ के सामान्य लक्षण, जोखिम और रोकथाम के सुझाव शेयर किए हैं. आइए उनके बारे में जानते हैं.


आईलैश डैंड्रफ के लक्षण
* पलकों पर सफेद स्केल्स या परत बनना.
* आंखों में खुजली या जलन.
* पलकों के पास त्वचा का लाल होना.
* आंखों में सूजन या भारीपन महसूस होना.
* पलकों के बालों का झड़ना.


आईलैश डैंड्रफ के कारण और जोखिम
सेबोरिक डर्मेटाइटिस: यह एक आम त्वचा संबंधी स्थिति है जो न सिर्फ खोपड़ी बल्कि भौहों और पलकों को भी प्रभावित कर सकती है.
ब्लीफेराइटिस: पलकों पर सूजन और तेल ग्रंथियों का ब्लॉकेज भी इस समस्या का कारण बन सकता है.
ड्राई स्किन: सर्दियों में त्वचा का सूखा होना पलकों पर रूसी का कारण बन सकता है.
हाइजीन की कमी: आंखों की सफाई न करने से बैक्टीरिया और फंगस पलकों पर बढ़ने लगते हैं, जिससे यह समस्या हो सकती है.


अगर इसका इलाज न किया जाए, तो यह समस्या गंभीर संक्रमण, पलकों के झड़ने और यहां तक कि आंखों में दृष्टि संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती है.


बचाव और रोकथाम के उपाय
* आंखों की सफाई रखें. हर दिन गुनगुने पानी और माइल्ड क्लीनजर से आंखों को साफ करें.
* आंखों को रगड़ने से बचें. यह संक्रमण को बढ़ा सकता है.
* मेकअप को साफ करें. सोने से पहले आंखों के मेकअप को पूरी तरह से हटा लें.
* आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें. अगर आंखों में सूखापन महसूस हो, तो डॉक्टर की सलाह से आई ड्रॉप्स लगाएं.
* डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लें. अगर समस्या ज्यादा बढ़ रही हो, तो त्वचा विशेषज्ञ से संपर्क करें.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.