Cancer की जंग जीतने के बाद इस एक्ट्रेस को हुआ Vitiligo, जानिए क्या है ये खतरनाक बीमारी
What is Vitiligo Disease: दक्षिण भारत की मशहूर एक्ट्रेस ममता मोहनदास (Mamta Mohandas) ने सोशल मीडिया के जरिए बताया है कि उन्हें विटिलिगो हुआ है. आइए जानते हैं कि ये बीमारी है क्या.
Mamta Mohandas Vitiligo: साउथ की एक्ट्रेस ममता मोहनदास ने खुलासा किया है कि उन्हें ऑटोइम्यून डिसऑर्डर (Autoimmune Disorder) विटिलिगो है. उन्होंने रविवार (15 जनवरी) को इंस्टाग्राम के जरिए इस बात की जानकारी दी. उन्होंने कई सेल्फी भी पोस्ट कीं. इस दौरान वो बगीचे में कुर्सी पर बैठकर काली चाय (Black Tea) के कप के साथ नजर आ रही हैं. वो काले रंग का क्रॉप टॉप, जैकेट और जेगिंग पहनी हुई हैं.
ममता मोहनदास ने बयां किया दर्द
ममता मोहनदास (Mamta Mohandas) ने अपने पोस्ट में लिखा, 'मैं तुम्हें अब गले लगाती हूं जैसे मैंने पहले कभी नहीं किया. तो देखा, मैं रंग खो रही हूं ... मैं हर सुबह आपके सामने उठती हूं, आपको धुंध के जरिए अपनी पहली किरण देखने के लिए. मेरे पास सब कुछ दे दो.. क्योंकि मैं तुम्हारी दया के लिए हमेशा कर्जदार रहूंगी.'
कैंसर को हराने के बाद हुआ विटिलिगो
38 साल की ममता मोहनदास (Mamta Mohandas) ने मलयालम, तमिल, तेलुगू, और कन्नड़ भाषा की कई फिल्मों में काम किया है. साल 2009 में उन्हें Hodgkin's Lymphoma कैंसर डाइअग्नोस हुआ था, 2013 में उनकी ये बीमारी वापस लौट आई, जिसका इलाज अमेरिका (USA) के लॉस एंजेलिस (Los Angeles) में हुआ. लेकिन इस एक्ट्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही. अब 2023 की शुरुआत में उन्हें विटिलिगो (Vitiligo) बीमारी का पता चला है.
क्या होता है विटिलिगो?
अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी (American Academy of Dermatology) के मुताबिक, विटिलिगो एक डिसऑर्डर है जिसके कारण त्वचा अपना रंग खो देती है. ये स्किन डिजीज किसी को भी प्रभावित कर सकती है.नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आर्थराइटिस एंड मस्कुलोस्केलेटल एंड स्किन डिजीज (National Institute of Arthritis And Musculoskeletal And Skin Diseases) के अनुसार जिन लोगों का स्किन टोन डार्क होता है उनको इस बीमारी के दौरान ज्यादा सफेद दाग नजर आते हैं. इसमें हाथों, धुटनों, पैरों, पीठ और चेहरे की त्वचा मिल्की व्हाइट हो जाती है.
क्यों होते हैं सफेद दाग?
वैज्ञानिकों का मानना है कि विटिलिगो एक ऑटोइम्यून डिजीज है जिसमें बॉडी का इम्यून सिस्टम मेलानोसाइट्स (Melanocytes) पर हमला करता है और उन्हें मार देती है. सनबर्न, मानसिक परेशानी, या केमिकल एक्सपोजर सभी विटिलिगो को शुरू या बढ़ा सकते हैं. इसके अलावा साइंटिस्ट्स का मानना है कि अगर आपके फैमिली में इस बीमारी की हिस्ट्री है तो आपको भी ये होने की आशंका बढ़ जाती है.
क्या है विटिलिगो का इलाज?
दुनियाभर के वैज्ञानिक अब तक विटिलिगो का कोई इलाज नहीं खोज पाए हैं हालांकि, व्हाइट स्किन पैच की मौजूदगी को कम करने में मदद के लिए कई उपचार विकल्प उपलब्ध हैं. नॉनड्रग और नॉनसर्जिकल उपचारों में मेकअप और सेल्फ-टेनर्स शामिल हैं, जो सफेद धब्बे और हेयर डाई को छुपा सकते हैं, जो भूरे या सफेद बालों को रंग वापस डार्क कर सकते हैं.ॉ
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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