अक्सर हम फल खरीदते समय उस पर लगे स्टिकर को नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि फलों पर चिपके उन छोटे-छोटे स्टिकर्स का क्या मतलब होता है? अक्सर हम इन स्टिकर्स को अनदेखा कर देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये स्टिकर्स आपको यह बता सकते हैं कि फल कैसे उगाया गया है, कितना सुरक्षित है और इसकी कीमत कितनी होनी चाहिए?


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इस स्टोरी में, हम आपको बताएंगे कि फल पर चिपके स्टिकर्स का क्या मतलब होता है और फल खरीदते समय आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि फल पर चिपके स्टिकर्स सिर्फ सजावट के लिए नहीं होते हैं. इनमें एक Price Look-Up (PLU) कोड होता है जो आपको यह बताता है कि फल कैसे उगाया गया है, कितना सुरक्षित है, और इसकी कीमत कितनी होनी चाहिए.


स्टिकर पर क्या होता है
PLU कोड: यह 5 अंकों का कोड होता है जो फल की उत्पत्ति, उत्पादन विधि और किस्म को दर्शाता है.
कीमत और एक्सपायरी डेट: यह जानकारी भी स्टिकर पर स्पष्ट रूप से लिखी होती है.
उत्पादक का नाम और पता: यह जानकारी आपको यह बताने में मदद करती है कि फल कहां उगाया गया था.


PLU कोड कैसे समझें
पहला अंक: यह दर्शाता है कि फल पारंपरिक तरीके से उगाया गया है (0), यह बायोलॉजिकल (9) या जेनेटिक रूप से संशोधित (8) है.
अगले चार अंक: यह फल की किस्म, उत्पादक और देश को दर्शाते हैं.


उदाहरण
93435: यह कोड दर्शाता है कि फल बायोलॉजिकल रूप से उगाया गया है.
4011: यह कोड दर्शाता है कि फल पारंपरिक तरीके से उगाया गया है और संयुक्त राज्य अमेरिका से आया है.
8415: यह कोड दर्शाता है कि फल जेनेटिक रूप से संशोधित है.


नकली स्टिकर से सावधान
कुछ दुकानदार नकली स्टिकर का उपयोग करके फलों को अधिक महंगा बेच सकते हैं. इन स्टिकरों में अक्सर 'बेस्ट क्वालिटी' या 'एक्सपोर्ट क्वालिटी' जैसे शब्द लिखे होते हैं, लेकिन इनका कोई मतलब नहीं होता है.


इन बातों का ध्यान रखें
फलों को अच्छी तरह धो लें. चाहे आप किसी भी प्रकार का फल खरीदें, उसे खाने से पहले गर्म पानी और साबुन से अच्छी तरह धो लें.
संदिग्ध दिखने वाले स्टिकर वाले फलों से सावधान रहें. यदि आपको लगता है कि स्टिकर नकली है, तो फल न खरीदें.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.