मुंह के एक साइड से खाना चबाते हैं आप? बदल दें आदत, वरना होंगी ऐसी परेशानियां
अगर आप खाना खाते वक्त एक ही तरफ से चबाते हैं तो ये आदत जल्द से जल्द बदल देनी चाहिए क्योंकि लॉन्ग टर्म में इसका नुकसान हो सकता है, डेंटिस्ट्स भी इसको लेकर चेतावनी देते हैं.
Why You Should Never Chew Food From One Side: हम में से कई लोगों ने जिंदगी में कभी न कभी एक साइड से चबाकर खआना खाया होगा, ये फिर ऐसा नियमित तौर पर करते होंगे. हो सकता है कि आपको ये कंफर्टेबल महसूस होता हो और ये आदत बदलना नहीं चाहते हों, लेकिन डेंटिस्ट इसको सही नहीं मानते और ऐसी आदत छोड़ने की सलाह देते हैं. इसकी वजह ये है कि एक साइड से भोजन चबाने से कई परेशानियों को दावत मिल सकती है.
'एक तरफ से न चबाएं खाना'
महशूर डेंटिस्ट डॉ. नियति अरोड़ा (Dr Niyati Arora) ने 'द इंडियन एक्सप्रेस' को बताया, "मैं कभी किसी को सिर्फ एक तरफ से चबाने की सलाह नहीं दूंगी. ये नॉर्मल फिजियोलॉजिकल एक्टिविटीज के उलट है, जहां जबड़े के दोनों तरफ भोजन को तोड़ने के लिए सिमिट्रिकली काम करते हैं."
अगर आप सिर्फ एक तरफ से चबाएंगे तो क्या होगा?
डॉ. नियति ने कहा, "सबसे पहले, आप देख पाएंगे कि जिस तरफ आप ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, उस तरफ के दांत ज्यादा घिसने लगते. जिस साइड का इस्तेमाल नहीं किया जाता, वहां ज़्यादा कैलकुलस और टार्टर जमा हो सकता है. एक तरफ ज्यादा डिपॉजिट जमा होने के कारण मसूड़ों में कमी आ सकती है और बैक्टीरिया की ग्रोथ के लिए अनुकूल वातावरण बन सकता है, जिसके कारण संक्रमण हो सकता है।
जिस साइड से आप ज्यादा चबाते हैं वहां मसल्स ज्यादा डेवलप हो सकते हैं, जिससे चेहरे के दोनों तरफ का आकार एक जैसा नहीं दिखेगा. डॉ. नियति ने कहा, "इससे टेम्पोरोमैंडिबुलर ज्वाइंट में असमान घिसाव होता है. अगर ये जारी रहता है, तो मरीजों को कान के पास दर्द या मुंह खोलने और बंद करने पर जोड़ में क्लिक जैसी आवाज़ का अनुभव हो सकता है." हालांकि कई बार मुंह में एक साइड दर्द होता है तो ऐसे में दूसरी तरफ से चबाना मजबूरी हो जाती है, लेकिन रेगुलर ऐसा बिलकुल भी नहीं करना चाहिए.
भोजन चबाने का सही तरीका
डॉ. नियति के मुताबिक, "आइडियल च्विइंग प्रॉसेस में मुंह के दोनों किनारों का समान रूप से उपयोग करना और धीरे-धीरे और अच्छी तरह से चबाना शामिल है. दोनों तरफ एक तरह से वर्कलोड बांटने से दांतों पर हद से ज्यादा दबाव और घिसाव को रोकने में मदद मिलती है. धीरे-धीरे और अच्छी तरह से चबाने से भोजन छोटे टुकड़ों में टूट जाता है, जिससे न केवल पाचन में आसानी होती है, बल्कि जबड़ों पर दबाव भी कम पड़ता है."