Bajre Ki Khichdi Village Style: शहरों की भागदौड़ में गांव का खान-पान कहीं पीछे छूटता जा रहा है. लोग समय की कमी के चलते पारंपरिक तरीकों से बनने वाले खास तरह के व्यंजनों को भी झटपट अंदाज में बनाने लगे हैं. जिससे ना तो टेस्ट ही आता है और ना ही वो स्वास्थ्य के नजरिए से ज्यादा लाभदायक लगता है. बाजरे की खिचड़ी ऐसी ही एक पारंपरिक डिश है जिसे बनाने का असल तरीका आज लोग भूल चुके हैं. मिर्च मसाले के बिना बनी बाजरे और चने की दाल की खिचड़ी को घी डालकर खाएंगे तो बस फिर तभी आपको आएगा ठंड का असली मजा. 


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बाजरे की खिचड़ी के फायदे (Bajre Ki Khichdi Benefits)
सर्दियों में बाजरे की खिड़की के अनेकों फायदे हैं. ये बेहद ही गुणकारी है इसलिए इसे सर्दियों के मौसम में जरूर खाना चाहिए. इससे आयरन की कमी को पूरा किया जा सकता है, तो वहीं ये पाचन तंत्र को भी मजबूत करती है. वहीं कहा जाता है कि इससे कैल्शियम की कमी भी पूरी होती है ऐसे में हड्डियों को मजबूत बनाना हो तो इसे जरूर खाएं. वहीं बढ़ती उम्र के बच्चों की मसल्स ग्रोथ में भी ये लाभदायक है. 
   
ऐसे बनाए बाजरे की खिचड़ी (Bajre Ki Khichdi Recipe in Hindi)
अगर इसे पूरी तरह से पारंपरिक तरीके से बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको छोटी ही सही लेकिन ओखली की जरूरत होगी. ताकि उसमे बाजरे को कूट सके. इसके लिए सबसे पहले आप-


  1. बाजरे को भिगोकर कुछ देर के लिए रख दें

  2. ये पानी को सोख लेगा और अगर पानी बच जाए तो उसे निकालकर बाजरे को ऐसे ही रख दें

  3. इसके बाद बाजरे को ओखली में डालें और अच्छे से कूट लें. ये आटे की तरह दिखेगा

  4. कुछ देर बाद उसे किसी बड़ी थाली में लेकर पिछोड़ लें ताकि बाजरे का छिलका हट जाए और उसे आसानी से कूटा जा सके.

  5. एक पतीले में पानी लें और इसे गरम होने दें. जिसके बाद मुट्ठी में बाजरा लेकर एक हाथ से डालते रहें तो दूसरे हाथ में चम्मत से उसे हिलाते रहें ताकि गांठें ना पड़े

  6. साथ ही इसमें बाजरे की भिगोई हुई दाल में डाल दें

  7. साथ ही स्वादानुसार नमक डाल दें और पकने दें

  8. बीच-बीच में हिसे हिलाते रहे और कुछ देर बाद आपकी बाजरे की स्वादिष्ट और पौष्टिक खिचड़ी तैयार हो जाएदी जिसमें देशी घी डालकर गर्मागर्म खाएं. 

  9. वैसे अगर घर में ओखली ना हो तो मिक्सी में बाजरे को पीसा जा सकता है.