भोपाल: ईवीएम की सुरक्षा भोपाल में पुलिस और सीआरपीएफ के जवान और प्रशासन के अधिकारी तो कर ही रहे हैं. कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह और बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा के प्रतिनिधि भी ईवीएम की पहरेदारी कर रहे हैं. भोपाल की पुरानी जेल में बने स्ट्रांग रूम में बुधवार देर रात 40 सेकंड तक सीसीटीवी कैमरा बंद होने के कारण बीजेपी प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर और दिग्विजय सिंह के समर्थकों ने हंगामा कर दिया. प्रशासन ने बीजेपी और कांग्रेस के एक-एक प्रतिनिधि को स्ट्रांग रूम में अंदर ले जाकर ईवीएम दिखाई उसके बाद मामला शांत हुआ. 


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कांग्रेस और बीजेपी ने पुरानी जेल परिसर में जैमर लगाने की भी मांग की है. वहीं, इस मामले में कलेक्टर सुदाम खाड़े ने कहा है कि स्ट्रांग रूम में सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की गई है. सीसीटीवी की सतत निगरानी में ईवीएम है. हर दो घंटे में प्रतिनिधियों को दिखाया जा रहा है. साथ ही जैमर लगाने की मांग पर कलेक्टर ने कहा कि यह हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं है. 


मंगलवार को देर रात साध्वी प्रज्ञा पहुंची थीं पुरानी जेल
स्ट्रांग रूम की सुरक्षा को लेकर दोनों पार्टियों के समर्थकों के साथ प्रत्याशी भी फिक्रमंद हैं. मंगलवार देर रात बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा पुरानी जेल पहुंच गई. करीब 40 मिनट तक वह पुरानी जेल में रुकीं. साध्वी प्रज्ञा ने जेल परिसर में ईवीएम की सुरक्षा का जायजा लिया और स्ट्रॉन्ग रूम भी चेक किया. स्ट्रांग रूम के बाहर तैनात कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. साध्वी के साथ पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता भी मौजूद थे. स्ट्रांग रूम का निरक्षण कर बाहर आई साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, गला खराब होने के कारण बयान नहीं दिया. इशारों में बताया ईवीएम मशीनों की सुरक्षा से वो संतुष्ट नहीं. पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि मशीन पर संदेह नहीं, लेकिन कांग्रेस की सरकार होने के कारण निगरानी करनी पड़ रही है. 


 



भोपाल में 12 मई हुआ था मतदान
भोपाल लोकसभा चुनाव 2019 की सबसे हाईप्रोफाइल सीट है. यहां पर बीजेपी की ओर से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर तो कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह चुनाव मैदान में थे. 12 मई को इस सीट पर मतदान हुआ था. भोपाल संसदीय क्षेत्र में 8 विधानसभा आती है जिनमें से 7 विधानसभाओं की EVM भोपाल की इसी पुरानी जेल में रखी हैं.