पटना: लोकसभा चुनाव 2019 के लिए पूर्णिया में मंगलवार को नामांकन का आखिरी दिन था. लिहाजा नॉमिनेशन के आखिरी दिन पर्चा भरने आए एक निर्दलीय प्रत्याशी ने सुशासन की शराबबंदी की पोल खोलकर रख दी. निर्दलीय प्रत्याशी शराब के नशे में ही पर्चा दाखिल करने निर्वाचन पदाधिकारी के दफ्तर चला आया. जैसे ही इस बात की भनक जिला निर्वाचन पदाधिकारी शाह जिला पदाधिकारी को लगी सांसद बनने का ख्वाब लिए शराबी प्रत्याशी को हिरासत में ले लिया गया. 


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नशेड़ी उमीदवार का नाम राजीव कुमार सिंह सिंह बताया जा रहा है जो नवगछिया जिले के नगरा इलाके का रहने वाला है. अल्कोहलिक जांच के बाद  शराब की मात्रा 117.6 पाई गई. इस बाबत उत्पाद अधीक्षक ओम प्रकाश यादव ने बताया कि हिरासत में लिए गए प्रत्याशी का नाम राजीव कुमार सिंह है जो नवगछिया का रहने वाला है.


उत्पाद अधीक्षक ओम प्रकाश ने बताया कि एक टेस्ट के दौरान मीटर पर शराब की मात्रा 117.6 गई है इसके बाद प्रत्याशी को हिरासत में लेकर सलाखों के पीछे भेज दिया गया है. बताया जाता है कि जिला निर्वाचन पदाधिकारी को उम्मीदवार के नशे में धुत होने की भनक तब लगी जब वह अजीब सी हरकतें करने लगा जिसके बाद डीएम का शक यकीन में बदल गया. जिस वक्त नशेड़ी उम्मीदवार को गिरफ्तार किया गया. उस वक़्त कार्यालय में जिला निर्वाचन पदाधिकारी प्रदीप कुमार झा, जिले के एसपी विशाल शर्मा, जिले के डीडीसी, उत्पाद अधीक्षक ओम प्रकाश मौजूद थे. लिहाजा इनकी निगरानी में नशे में धुत उम्मीदवार को हिरासत में ले लिया गया. 


इस बाबत मीडियाकर्मियों ने जब राजीव कुमार सिंह से नशे से जुड़े सवाल किए तो उसने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया इसके तुरंत बाद राजीव कुमार सिंह को थाने में ले जाया गया. बहरहाल जहां सरकार लगातार शराबबंदी पर अपनी पीठ थपथपाना में लगी है, वहीं आज नामांकन करने पहुंचे उम्मीदवार ने शराबबंदी की पोल खोलकर रख दी है. ऐसे में सवाल यह उठता है की उम्मीदवार के पास शराब कैसे मुहैया हो गई और वो कैसे निर्वाचन पदाधिकारी के समक्ष शराब पीकर आने की हिमाकत कर बैठा.