अब बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं के लिए लाई पीएम मोदी इत्र और देवेन्द्र डिओड्रेंट
लोकसभा चुनाव 2019 का चुनावी तापमान चरम पर है. मौसम की गर्मी भी हर दिन के साथ बढ़ रही है. ऐसे में चुनावी सभा में कार्यकर्ताओं को गर्मी में ठंडक का अहसास दिलाने के लिए राजनीतिक दल कुछ खास उपाए कर रहे हैं.
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 का चुनावी तापमान चरम पर है. मौसम की गर्मी भी हर दिन के साथ बढ़ रही है. ऐसे में चुनावी सभा में कार्यकर्ताओं को गर्मी में ठंडक का अहसास दिलाने के लिए राजनीतिक दल कुछ खास उपाए कर रहे हैं. सभी पार्टियां अपने कार्यकर्ताओं के लिए कुछ खास कर रही हैं. बीजेपी ने एक कदम आगे बढ़कर टी शर्ट टोपी और चुनाव चिन्ह का बैज सहित कई और पब्लिसिटी मटेरियल तैयार किया है. इस पब्लिसिटी मटेरियल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छाप वाले डिओड्रेंट और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की फोटो लगे हुए डिओड्रेंट भी कार्यकर्ताओं के बीच बांटने के लिए तैयार रखे गए हैं.
हालांकि इस मामले पर एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने चुटकी लेते हुए कहा, "पहले दौर की वोटिंग के बाद इनके पसीने बढ़ने शुरू हो गए हैं. लिहाजा डिओड्रेंट बांटने से भी खुशबू वापस नहीं लौटेगी. एनसीपी को ऐसे करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि एनसीपी जमीनी स्तर की पार्टी है बीजेपी की तरह हाई-फाई नहीं.'
पीएम मोदी और सीएम देवेंद्र डिओड्रेन्ट कार्यकर्ता के लिए एक नई बात है. लेकिन बीजेपी का मानना है कि यह कार्यकर्ताओं को लुभाने जैसी बात नहीं है. इन प्रचार संसाधनों को बीजेपी महाराष्ट्र पदाधिकारी मिहिर कोटेचा के जरिए इन्तजाम किया गया है. मिहिर कोटेचा कहते हैं "इसे कार्यकर्ता को पोलिंग पर टीम हेड में बाँटा जाएगा. दिन भर उन्हें उमस भरी गर्मी में रहना है तो ये जरूर ध्यान रखा गया है कि उन्हें कोई असुविधा ना हो. कोई ऐसा ना समझो कि हमने इसके जरिए किसी भी तरह के कोड ऑफ कंडक्ट की अवहेलना नहीं की है. ये महज कार्यकताओं की सहूलियत के लिए है."
कुछ दिन पहले ही कांग्रेस के महाराष्ट्र के महासचिव सचिन सावंत ने बीजेपी पर व्यक्तिगत संस्था के जरिए प्रचार सामग्री छपवाने का आरोप लगाया था. इसकी शिकायत चुनाव आयोग से भी की गई थी. लेकिन इस पर आय लागत का विवरण चुनाव आयोग में पहले ही दिया जा चुका है. इसलिए इस पर सवाल नहीं उठने की उम्मीद है.
कार्यकर्ताओं का कहना है कि गर्मी में कूल कूल अहसास होने के साथ ही मोदी और सरकार के जरिए पिछले पाँच साल के काम की खुशबू तो पहले से ही लोगों में फैली है. विपक्ष की जलन की बदबू से बचने के लिए मोदी डिओड्रेंट ज्यादा कारगर है.