इंदौर: मध्य प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी ठोक दी है. उन्होंने होली के दिन सियासी पिच पर चुनाव लड़ने का राग अलाप कर सियासी महकमे में हलचल मचा दी है.


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दरअसल, इंदौर से लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए कभी कांग्रेस के अंदर चुनाव सलमान खान, कभी अरुण गोविल तो कभी ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह के नाम पर मांग की जाती है; पर पहली बार किसी नेता ने खुलकर चुनाव लड़ने की आशंका जताई है.


मध्य प्रदेश सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने खुलेआम इंदौर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की अपनी मंशा जग जाहिर कर दी है. पटवारी ने होली के दिन सियासी मैदान पर लोकसभा चुनाव लड़ने रंग डाला है. जीतू ने कहा,  ''इंदौर की जनता ताई (सुमित्रा महाजन) से थक चुकी है. सुमित्रा महाजन आम लोगों से मिलती नहीं हैं. लोगों के पास उनका मोबाइल नंबर नहीं है. उन्हें इंदौर की कॉलोनियों के नाम तक पता नहीं हैं.''


मंत्री पद से नहीं है मोह
मध्य प्रदेश में पहली बार किसी मंत्री ने लोकसभा चुनाव लड़ने की खुली मंशा जताई है. जीतू पटवारी ने कहा, ''मुझे मंत्री पद से कोई मोह नहीं है. मैं सांसद बनकर जनता की सेवा करना चाहता हूं. साथ ही पटवारी ने कहा कि पार्टी मुझे मौके देती है तो मैं पूरी तरह से तैयार हूं.''


मंत्री पटवारी की पत्नी के चुनावी मैदान में आने वाली बातों को लेकर उन्होंने कहा, ''मेरे परिवार से कोई चुनाव नहीं लड़ेगा. पार्टी मौका देगी तो पूरी दम से चुनाव लडूंगा और जीतकर जनता की सेवा करूंगा.''


नेता पुत्रों का लिया पक्ष
कमलनाथ सरकार के मंत्री जीतू ने कहा कि किसी के परिवार के सदस्य यदि सक्रिय राजनीति कर रहे हैं और अगर जिताऊ उम्मीदवार है तो उन्हें मौका मिलना चाहिए. इसमें मंत्री पुत्र होना गलत नहीं है.


राहुल गांधी के करीबी
दरअसल, जीतू पटवारी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी नेता माने जाते हैं. बेहद कम समय में देश की राजनीति में रुतबा बनाने वाले जीतू इंदौर में युवा के साथ कांग्रेस पार्टी के फेस हैं. राजनीतिक समीकरणों की बात करें तो सुमित्रा महाजन का बीजेपी में विरोध जीतू पटवारी के लिए प्लस पॉइंट है.