पुणे: अधिकतर पार्टियों की भव्य रैलियों व रोडशो के बीच पुणे लोकसभा सीट में निर्दलीय मैदान में उतरे आनंद वांजपे अपने मतदाताओं से सम्पर्क साधने के लिए रोजाना 60 किलोमीटर साइकिल चला रहे हैं और ऐसा कर उनका लक्ष्य शहर को प्रदूषण मुक्त बनाना भी है.


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खुद को बताता पर्यावरण राजनेता
स्वयं को ‘‘पर्यावरण राजनेता’’ बताने वाले वांजपे ने कहा कि वह कई वर्षों से प्रदूषण मुक्त जीवन शैली अपनाने के लिए प्रचार कर रहे हैं और इस बार उन्होंने इसे उजागर करने की ठानी क्योंकि किसी भी दल ने अपने घोषणापत्र में इसका जिक्र नहीं किया है.



प्रदूषण का मुद्दा है महत्वपूर्ण
उन्होंने कहा, ‘‘ प्रदूषण का मुद्दा, चाहे वह वायु, ध्वनि, पानी या प्लास्टिक हो... गंभीर चिंता का विषय बन गया है. मैंने सोचा कि इसे उठाकर चुनावी मुद्दा बनाना चाहिए. किसी भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार ने अपने घोषणापत्र में इसे शामिल नहीं किया है.’’ 


बीजेपी और कांग्रेस उम्मीदवार को देंगे चुनौती
पुणे लोकसभा सीट पर तीसरे चरण में 23 अप्रैल को मतदान होगा. वांजपे एक विज्ञापन पेशेवर हैं और उनकी एक साइकिल की दुकान भी है. इस सीट पर वांजपे का मुकाबला बीजेपी के गिरीश भालचंद्र बापट और कांग्रेस के मोहन रामकृष्ण जोशी से है.