रांची: झारखंड में आरजेडी अभी अन्नपूर्णा देवी और जनार्दन पासवान के आरजेडी से पाला बदल कर बीजेपी में शामिल होने की खबर से उबर भी नहीं पाई की झारखंड आरजेडी को सूबे में एक और झटका लगा है. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गिरिनाथ सिंह ने भी दिल्ली में बीजेपी का दामन थाम लिया और इसे घर वापसी बताया. वहीं, गिरिनाथ सिंह पर निशाना साधते हुए आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष ने मास लीडर नहीं बताया तो जेएमएम ने भी उन पर हमला बोला है.


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चतरा से आरजेडी उम्मीदवार सुभाष यादव ने कहा है कि बीजेपी में चुनाव से पहले भगदड़ मची हुई है. अपना उम्मीदवार मिल नहीं रहा इसलिए उम्मीदवार इंपोर्ट कर ला रहे हैं. झारखंड आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष ने इन्हें मास लीडर मानने से ही इनकार करते हुए कहा, एक क्षेत्र सीमित नेता थे.


गिरिनाथ सिंह के बीजेपी में शामिल होते ही जेएमएम भी हमलावर हो गई है. जेएमएम का आरोप है कि जेल जाने और केस मुकदमे से बचने के लिए गिरिनाथ सिंह ने बीजेपी मे शामिल होने का फैसला किया है.


झारखंड में चुनाव से पहले एक तरफ आरजेडी को जोरदार झटका लगा है तो दूसरी तरफ महागठबंधन के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. दो सीटों पर उम्मीदवार उतार चुके आरजेडी ने पलामू से ही घुरण राम को अपना उम्मीदवार बनाया और गिरिनाथ सिंह पलामू से ही कद्दावर नेता के तौर पर जाने जाते हैं. अब तक कोडरमा , पलामू भी आरजेडी से छिटकता दिख रहा है. 


देखने वाली बात होगी कि आगे आरजेडी कैसे झारखंड में चुनावी मौसम में इन समस्याओं से निपटती है.