नई दिल्लीः अकाली दल का गठन दिसंबर 1920 को 14 शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, सिख धार्मिक शरीर के एक कार्य बल के रूप में किया गया था. अकाली दल खुद को सिखों के प्रमुख प्रतिनिधि मानता है. सरदार सरमुख सिंह चुब्बल एकीकृत अकाली दल के पहले अध्यक्ष थे, लेकिन इसने मास्टर तारा सिंह (1883-1967)के नेतृत्व में अधिक लोकप्रियता प्राप्त की. 


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1966 में, वर्तमान पंजाब का गठन किया गया था. तब अकाली दल नए पंजाब में सत्ता में आया था, लेकिन वहां की शुरुआती सरकारें पार्टी के भीतर आंतरिक संघर्ष और सत्ता संघर्ष के कारण लंबे समय तक सत्ता में नहीं रहीं.


2012 में पंजाब सरकार अकाली दल द्वारा अपने क्षेत्रीय और राष्ट्रीय सहयोगी भाजपा के साथ भागीदारी में बनी. 2012 के चुनावों में अकाली दल को पूर्ण बहुमत प्राप्त हुआ. 


पार्टी के संरक्षक और पूर्व अध्यक्ष प्रकाश सिंह बादल पंजाब के मुख्यमंत्री बने. 2014 के लोकसभा चुनावों में पार्टी ने लोकसभा में 4 स्थानों पर विजय प्राप्त की. वहीं, 2017 के विधानसभा चुनाव में अकाली दल को महज 18 सीटें मिली थी.