नई दिल्‍ली: लोकसभा चुनाव 2019 में सर्वाधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज करने का रिकार्ड इस बार गुजरात के नवसारी संसदीय सीट से सांसद चुने गए सीआर पाटिल के नाम पर दर्ज हुआ है. सीआर पाटिल ने यह चुनाव अपने निकटतम प्रतिद्वंदी और इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रत्‍याशी धर्मेश भाई भीम भाई पटेल को 6,89,668 वोटो से शिकस्‍त देकर जीता है. इस चुनाव में सीआर पाटिल को कुल 9,69,430 वोट हासिल हुए, जबकि कांग्रेस के धर्मेश भाई भीम भाई पटेल को महज 2,81,663 वोटों से संतोष करना पड़ा. इस जीत के साथ सीआर पाटिल न केवल दूसरी बार नवसारी से सांसद चुने गए, बल्कि देश में सर्वाधिक वोटों से चुनाव जीतने वाले सांसद भी बन गए. सांसद सीआर पाटिल की सबसे बड़ी जीत के पीछे उनके काम करने का तरीके और अत्‍याधुनिक तकनीक के प्रयोग को सबसे बड़ी वजह माना जा रहा है. आइए सिलसिलेवार तरीके से जानते हैं सांसद सीआर पाटिल के काम करने का तरीका, उन्‍हें किस तरह दूसरे सांसदों से अलग बनाता है. 


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पाटिल के 54 कार्यों की रही जीत में अहम हिस्‍सेदारी 
सीआर पाटिल की इस जीत में उनके काम करने के तरीके को सबसे अहम माना जा रहा है.  दरअसल, नवसारी संसदीय क्षेत्र से 2014 का लोकसभा चुनाव जीतने के बाद सीआर पाटिल ने काम करने के लिए अलग तरीका अपनाया. सबसे पहले, उन्‍होंने जनता के सरोकारों से जुड़े 54 कार्यों की एक सूची बनाई. इन कार्यों की प्रगति पर निगरानी रखने के लिए पाटिल ने अलग स्‍टाफ की नियुक्ति की. यह स्‍टॉफ समय-समय पर कार्यों की समीक्षा कर सांसद को उसकी प्रगति के बाबत अवगत कराता है. इसके अलावा, जनता की समस्‍याओं को सुनने के लिए सीआर पाटिल ने अलग स्‍टाफ की नियुक्ति की है. इस स्‍टॉफ को तहसील, निगम, जिला, राज्‍य और केंद्र के दफ्तरों के आधार पर बांटा गया है. यह स्‍टॉफ न केवल शिकायतकर्ताओं की शिकायत सुनता है, बल्कि उनका निराकरण कर प्रगति के बाबत शिकायतकर्ता को अवगत कराता है. सीआर पाटिल के 54 कामों की सूची में बिजली, पानी, सड़क सहित सरकारी कार्यालयों में होने वाले कार्य भी शामिल हैं. 


ग्रामीण इलाकों में रहने वाले क्षेत्रवासियों से संपर्क के लिए सांसद सीआर पाटिल ने एक विशेष वैन चलवाई है. यह वैन दूरदराज के क्षेत्रों की समस्‍याओं को एकत्रित कर सांसद तक पहुंचाती है. 

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पाटिल के पास है संसदीय क्षेत्र के सभी बुजुर्गों की सूची 
सीआर पाटिल ने अपने संसदीय क्षेत्र में रहने वाले बुजुर्गों का‍ विशेष ध्‍यान रखते हैं. इसी का नतीजा है कि उनके कार्यालय में आप नवसारी संसदीय क्षेत्र में रहने वाले सभी बुजुर्गों की सूची देख सकते हैं. इन बुजुर्गों की सहूलियत के लिए सांसद कार्यालय से हर महीने एक एसएमएस और चिट्ठी हर बुजुर्ग को भेजी जाती है. इस चिट्टी में सांसद कार्यालय के एक प्रतिनिधि का नाम, संपर्क नंबर और पता लिखा होता है. इस चिट्ठी के जरिए बुजुर्गों से अपील की जाती है कि किसी भी प्रकार के कार्य के लिए वे सांसद प्रतिनिधि से संपर्क कर सकते हैं. बुजुर्गों की तरफ से किसी प्रकार का काम आने पर सांसद प्रतिनिधि, स्‍थानीय पार्टी इकाई से संपर्क कर उस काम के निपटारे को सुनिश्चित करते हैं. वहीं सांसद सीआर पाटिल बुजुर्गों से जुड़े हर कार्य की हफ्ते में एक बार समीक्षा जरूर करते हैं. वहीं सप्‍ताह के अंत में संसदीय क्षेत्र के दौरे के दौरान सांसद सीआर पाटिल लोगों की समस्‍याओं को सुनने के बाद बुजुर्गों के अलग संवाद करते हैं. 


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मोबाइल एप के जरिए क्षेत्रवासियों तक पहुंचाते हैं सरकारी योजनाएं 
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि सांसद सीआर पाटिल के कार्यालय में नवसारी संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाले 6 लाख से अधिक लोगों का डाटा है. इस डाटा को मोबाइल एप के साथ जोड़ा गया है. इस मोबाइल एप का इस्‍तेमाल न केवल सरकारी योजनाओं के बाबत क्षेत्रवासियों को सूचित करने के लिए किया जाता है, बल्कि यह भी बताया जाता है कि उक्‍त योजना उनके क्षेत्र के किस-किस नागरिक के लिए लाभप्रद हो सकती है. इसके अलावा, इस मोबाइल एप के जरिए यह भी आसानी से जाना जा सकता है कि किस सरकारी योजना का लाभ किस-किस शख्‍स को मिल रहा है. सांसद सीआर पाटिल इस एप के जरिए अपने क्षेत्र के लोगों को न केवल अपडेट रखते हैं, बल्कि पारदर्शिता बनाए रखने के लिए भी इस्‍तेमाल करते हैं.  


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आइएसओ:2009 से प्रमाणित है सांसद सीआर पाटिल का कार्यालय 
आपको जानकार यह हैरानी होगी कि किसी सांसद का कार्यायल भी आईएसओ:2009 प्रमाणित हो सकता है. जी हां, ऐसा है. नवसारी के सांसद सीआर पाटिल के कार्यालय को आईएसओ:2009 से प्रमाणित किया गया है. सीआर पाटिल के कार्यालय को यह प्रमाण पत्र 2015 में सरकार से मिलने वाली सुविधाओं के बेहतर प्रबंधन और निगरानी के लिए दिया गया था. सीआर पाटिल के इस कार्यालय में कुल 47 लोग कार्यरत है, जो सांसद से जुड़े कार्यों और जनता की शिकायतों पर सीधी निगरानी रखते हैं.