लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha elections 2019) का सियासी रण अपने चरम पर है. इन सबके बीच उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. दरअसल, राज्य में बीजेपी के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bharatiya Samaj Party) के अध्यक्ष और प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री ओपी राजभर (OP Rajbhar) ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ उन्होंने दावा किया कि दर्जा प्राप्त दो अन्य मंत्रियों ने भी इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि इस्तीफ़ा स्वीकार करना बीजेपी सरकार का काम है.


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सुभासपा अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के काबिना मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने सोमवार को दावा किया कि प्रदेश की योगी सरकार से उन्होंने और दर्जा प्राप्त दो मंत्रियों ने पहले ही इस्तीफा दे दिया है तथा उनका अब बीजेपी से कोई रिश्ता नही है. उन्होंने इसके साथ ही कहा कि इस्तीफा स्वीकार करना बीजेपी सरकार का काम है. ओपी राजभर ने कहा कि मैंने 13 अप्रैल को ही इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हमसे अपने चुनाव चिह्न पर प्रत्याशी उतारने को कहा था. मैंने बीजेपी से कहा था कि हम केवल एक सीट पर ही चुनाव लड़ेंगे लेकिन अपने चुनाव चिह्न के साथ उम्मीदवार उतारेंगे. लेकिन, बीजेपी इस पर भी तैयार नहीं हुई.


उन्होंने स्पष्ट किया है कि बीजेपी लोकसभा चुनाव में लाभ लेने के लिये इस्तीफे को स्वीकार नहीं कर रही है. राजभर ने बताया कि वह इस मसले पर चुनाव आयोग में लिखित शिकायत कर चुके हैं, लेकिन चुनाव आयोग बीजेपी से मिलीभगत के कारण कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. उन्होंने उत्तर प्रदेश में महागठबंधन की विजय का दावा किया तथा कहा कि बीजेपी भले ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पप्पू बोले लेकिन बीजेपी सबसे अधिक परेशान पप्पू से ही है क्योंकि पप्पू बीजेपी की हवा निकाल रहे हैं.