महाराष्ट्र: कांग्रेस के इस उम्मीदवार को लेकर मचा बवाल, NCP ने भी जताई नाराजगी
कांग्रेस पर महाराष्ट्र के रत्नागिरी - सिंधुदुर्ग लोकसभा चुनाव क्षेत्र से अपने घोषित उम्मीदवार को बदलने की आफ़त आन पड़ी है.
मुंबई: कांग्रेस पर महाराष्ट्र के रत्नागिरी - सिंधुदुर्ग लोकसभा चुनाव क्षेत्र से अपने घोषित उम्मीदवार को बदलने की आफ़त आन पड़ी है. पार्टी ने यहां से नवीनचंद्र बांदिवडेकर को अपना उम्मीदवार बनाया है. नवीनचंद्र का सीधा मुक़ाबला शिवसेना के विद्यमान सांसद विनायक राउत और पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के बेटे एवं स्वाभिमानी संगठन के उम्मीदवार नीलेश राणे से है.
दरअसल, बवाल तब पैदा हुआ जब कांग्रेस उम्मीदवार नवीनचंद्र पर हिंदूवादी संगठन सनातन संस्था के कार्यकर्ता वैभव राउत के समर्थन का आरोप लगा. वैभव राउत वही हैं जिनके मुंबई के करीब नालासोपारा स्थित घर से क्रूड बम बरामद हुए थे. जांच एजेंसी का आरोप है की वैभव राउत कथित रूप से हिन्दू मान्यताओं के ख़िलाफ़ कार्यरत संगठनों पर हमले की साजिश रच रहा था. नवीनचंद्र बांदिवडेकर वैभव राउत की गिरफ्तारी के बाद मोर्चा लेकर उसका हाल पूछने गए थे और उन्होंने वैभव को कथित तौर पर हिन्दू धर्मरक्षक बताया था. ज्ञात हो कि कांग्रेस ने सनातन संस्था पर पाबंदी की मांग की थी.
मामले के खुल जाने के बाद कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन में हड़कंप मच गया है. शरद पवार की पार्टी एनसीपी के विधायक जितेंद्र आव्हाड ने मांग कर दी की कांग्रेस अपने उम्मीदवार को बदल दे. एनसीपी के विधायक ने ट्वीट कर अपनी बात रखी है. मीडिया से बातचीत में आव्हाड का दावा है कि वैभव राउत उस संगठन का कार्यकर्ता है जिसपर सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर, गोविंद पानसरे, कलबुर्गी और गौरी लंकेश की हत्या के आरोप हैं. हालांकि, प्रदेश अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने ट्वीट पर मामले की जांच की बात कही है और मामला हाईकमान के पाले में डाल दिया है.
इस बीच, महाराष्ट्र कांग्रेस ने एक बयान जारी कर कहा है कि नवीनचंद्र बांदिवडेकर जिस जाति से हैं, संयोगवश वैभव राउत भी उसी जाति से आता है. लिहाजा वैभव राउत के समर्थन में निकले मोर्चा में वह जाति मंडल के प्रमुख के नाते शामिल हुए थे. वैभव राउत के मामले में हक़ीक़त जानना उनका उनका उद्देश्य था. वैसे इस बवाल के बाद सूत्रों की मानें तो पार्टी आलाकमान घोषित उम्मीदवार पर हुई किरकिरी से चिंतित है और वह उम्मीदवार बदलने पर विचार कर सकता है. ऐसे में बांदिवडेकर की जाति से ही आने वाले स्थानीय कांग्रेस नेता रमेश कीर का नाम चुना जा सकता है.