नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव 2019 की मतगणना में अब तक जो रुझान सामने आए हैं, उसमें एक बार फिर एनडीए की सरकार केंद्र की सत्ता पर काबिज होने वाली है. वहीं, ओडिशा के विधानसभा चुनावों की गिनती के रुझानों में जो भी आंकड़े सामने आए हैं, उसे देखकर लग रहा है कि ओडिशा एक बार फिर अपने सत्ता पर नवीन पटनायक को आसीन होते हुए देखना चाहती है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

 शुरुआती रुझानों में बीजद आगे
ओडिशा में कुल 147 विधानसभा सीटें हैं. शुरुआती रुझानों में नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) आगे चल रही है. 2014 में हुए चुनाव में बीजू जनता दल ने 117 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया था.



बीजेपी ने भी दर्ज करवाई उपस्थिति
बीजद की बढ़त देखते हुए लग लग रहा है कि नवीन पटनायक पांचवी बार मुख्यमंत्री बनेंगे. हालांकि भाजपा ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. भाजपा 30 सीटों पर आगे चल रही है जबकि बीजेडी 101 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है.


नवीन पटनायक बेशक से 5वीं बार ओडिशा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, लेकिन वह सबसे ज्यादा बार मुख्यमंत्री पद पर कायम रहने वाले मुख्यमंत्रियों की लिस्ट में सबसे टॉप पर नहीं जा पाएंगे. दरअसल, नवीन पटनायक पिछले 20 सालों से ओडिशा की सत्ता पर काबिज हैं, लेकिन सबसे ज्यादा दिनों तक राज्य की सत्ता संभालने की लिस्ट में पहला नाम सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग के नाम है. अगर नवीन पटनायक बखूबी एक बार फिर सत्ता पर 5 साल आसीन रहते हैं तो ज्योति बसु का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं. 


सीपीएम नेता ज्योति बसु 23 साल से ज्यादा समय तक पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री थे. इसके बाद पवन चामलिंग हैं जो 20 साल से सिक्किम के मुख्यमंत्री हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि नवीन पटनायक इसी महीने की 30 तारीख तक मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं.