मुंबईः लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha elections 2019) से पहले एनसीपी मुखिया शरद पवार ने अपने पहले साक्षात्कार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाया है. चुनावी सरगर्मी के बीच पवार का यह इंटरव्यू ज़ी मीडिया के मराठी चैनल ज़ी 24 तास को दिया गया. पवार ने ज़ी 24 तास के चीफ एडिटर विजय कुवलेकर से बारामती स्थित बंगले पर विस्तार से बातचीत की.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस बातचीत में पवार ने प्रधानमंत्री मोदी पर चौतरफ़ा हमला बोला. पवार का कहना है कि, मोदी देश में नफ़रत फैला रहे हैं और उन्हें प्रधानमंत्री पद की गरिमा को ध्यान में रख ऐसा नहीं करना चाहिए. पुरानी सरकारों में कभी भी ऐसा न करने का दावा भी पवार ने किया. वे यह बताने से नहीं चूके की दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सबको साथ लेकर चलने वाले राजनेता थे.



ज्ञात हो की, पवार और मोदी के रिश्तों में पिछले सालभर में खटास भर गई है. नरेंद्र मोदी ने कभी शरद पवार को अपना गुरु बताया था. जबकि, अपने हालिया बयान में शरद पवार ने कहा कि, बीजेपी इस लोकसभा चुनाव के बाद सबसे बड़ा दल बनकर उभरेगी. लेकिन, न वो अपने दम पर सत्ता स्थापित कर सकेगी और NDA की सत्ता में मोदी प्रधानमंत्री नहीं होंगे. नरेंद्र मोदी ने इस पर विदर्भ से चुनाव प्रचार का बिगुल फूंकते हुए जोरदार पलटवार किया. मोदी ने कहा की, पवार अपने गृहकलह में फंस गए हैं ताकि कुनबा बिखर न जाए. साथ ही उन्होंने दावा किया की, पवार ने  चुनावी हवा का रुख भांपकर मैदान छोड़ना पसन्द किया है.


झी 24 तास को दिए इंटरव्यू में पवार बोले कि, वे कभी भी लोकसभा चुनाव लड़ने नहीं जानेवाले थे. यह मीडिया की फैलाई भ्रांति है. यह तो कार्यकर्तों का आग्रह था कि, सीट जितनी है तो माढ़ा से लड़ जाए. इस बीच पवार ने दावा किया कि, उनके अपने आज भी उनके साथ हैं. 


यह भी पढ़ेंः बारामती: पवार के गढ़ में भाजपा की Entry रोकने की कोशिश में जुटीं सुप्रिया सुले


प्रधानमंत्री पद के सपने को लेकर पूछे सवाल पर भी शारद पवार खुलकर बोले. उनका कहना है कि, नरेंद्र मोदी के हाथों में दुबारा सत्ता जाना एक राष्ट्रीय आपत्ति होगी. ऐसे में उनकी अगुवाई में विपक्षी इस बात पर एकमत है की, पहले बीजेपी को सत्ता से बेदखल करना है. पीएम कौन बनेगा यह बाद में देखा जाएगा. 


हालांकि, नरेंद्र मोदी से मित्रता को शरद पवार ने स्वीकार किया. पवार बताते हैं कि, उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी को बहुत सहयोग किया. महाराष्ट्र और गुजरात के बीच के कई मसले हल करने में उनके आपसी सहयोग का काफ़ी उपयोग हुआ. लेकिन, यह सहयोग देश हित में था. 


जाते जाते भाजपा के प्रचार में हिन्दू आतंकवाद के मुद्दे को उठता देख पवार बोले कि, पहले विकास का नारा लगानेवाले नरेंद्र मोदी अब हिंदुत्व की बात करते है. पवार का दावा है कि, मोदी ने यू टर्न ले लिया है.