पटना: एग्जिट पोल के नतीजों के साथ बिहार में महागठबंधन के भविष्य को लेकर भी सवाल खड़े होने लगे हैं. कहा जा रहा है कि अगर नतीजे विपरीत रहे, तो महागठबंधन का स्वरूप बदल सकता है, हालांकि आरजेडी के नेता इसकी संभावना को खारिज कर रहे हैं. 


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बिहार के राजनीतिक हल्कों में ये चर्चा तेजी से होने लगी है कि नतीजे एनडीए के पक्ष में रहे, तो महागठबंधन का क्या होगा, उसमें शामिल उपेंद्र कुशवाहा, जीतनराम मांझी और मुकेश सहनी कहां जाएंगे? कैसे उनकी राजनीति आगे बढ़ेगी?  राजनीति के जानकारों का कहना है कि बहुत अच्छी स्थिति नहीं होनेवाली है. गठबंधन को एकजुट बनाए रखना बहुत बड़ी चुनौती होगी. 


 



बीजेपी के नेता महागठबंधन पर निशाना साधने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. इनका कहना है कि बड़ा नाम रख लेने से कोई बड़ा नहीं हो जाता है. महागठबंधन में शामिल दल चुनाव से पहले दुकान खोले हुए थे, जिनका सारा सामान बिक गया है. अब दुकान बंद होने की बारी है. 


वहीं, बीजेपी के बयान को आरजेडी ने खारिज कर दिया है. शिवानंद तिवारी का कहना है कि परिणाम कुछ भी हों, महागठबंधन बना रहेगा, आखिर उपेंद्र कुशवाहा, जीतनराम मांझी और मुकेश सहनी कहां जाएंगे, उसी एनडीए में, जिससे वो चुनाव से पहले अलग हुए थे.


बहरहाल चुनाव का नतीजा आने में महज कुछ ही घंटे रह गए हैं. एक बार रिजल्ट आते ही साफ हो जाएगा कि कौन सी पार्टी और नेता किस स्थिति में हैं. साथ ही आगे किस गठबंधन की क्या तस्वीर होगी ये भी साफ हो जाएगा.