जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला है. गहलोत ने लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं को टिकट नहीं देने पर सवाल उठाए हैं. वहीं, शाहनवाज हुसैन और मुख्तार अब्बास नकवी को पार्टी छोड़ने की सलाह भी दी है. 


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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी की न्याय योजना की घोषणा को क्रांतिकारी कदम बताया. उन्होंने कहा कि योजना देश में सोशल सिक्योरिटी की दिशा में ऐतिहासिक होगी. मुख्यमंत्री गहलोत ने शनिवार को अपने आवास पर आयोजित एक प्रेसवार्ता में यह बातें कही. 


उन्होंने कहा कि देश को कांग्रेस मुक्त बनाने का दावा करने वाली बीजेपी खुद अपने पुरोधा लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को पार्टी से मुक्त कर चुकी है. वहीं, बीजेपी की तरफ से किसी भी मुस्लिम उम्मीदवार को लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया है. इसलिए बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन और मोदी सरकार में मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को पार्टी छोड़ देनी चाहिए. 


उन्होंने यह भी कहा, '' जिस तरह से नफरत की राजनीति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं 2019 लोकसभा चुनाव में किसी सूरत में बीजेपी आ जाती है तो आगे देश में चुनाव होंगे या नहीं यह बात किसी को पता नहीं है.''


गहलोत ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की देश के लोगों की सामाजिक सुरक्षा के लिए न्याय योजना के ऐलान के कारण बीजेपी में हड़कंप मचा हुआ है. जिस कारण घबराहट में चौकीदार जैसे शो आयोजित किया जा रहे हैं. राहुल गांधी पर तरह तरह के हमले बोले जा रहे हैं, उससे साफ है कि मोदी राहुल गांधी से डरते हैं. 


गहलोत ने कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने देश की नींव मजबूत की वरना हमारे हालात भी पाकिस्तान जैसे हो जाते. प्रधानमंत्री मोदी पंडित नेहरू की वजह से ही प्रधानमंत्री की गद्दी पर बैठे हैं और सेल्फी ले रहे हैं. 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह से पिछले दिनों देश को संबोधित किया उसे लेकर भी गहलोत हमलावर नजर आए. उन्होंने कहा कि देश पूरा 40 मिनट तक इंतजार करता रहा, लेकिन उसके बाद खोदा पहाड़ निकली चुहिया का मामला सामने आया. PM मोदी ने जो प्रेस कॉन्फ्रेंस में बातें कही वो डीआरडीओ के निदेशक भी कह सकते थे. 35 सालों में अंतरिक्ष में भारत ने जो तरक्की की है किसकी देन है यह पीएम को समझना चाहिए.


जोधपुर से वैभव गहलोत को टिकट दिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, ''2009 में विधानसभा चुनाव के लिए वैभव गहलोत का नाम चर्चा में था, लेकिन मैंने मना कर दिया. वैभव को संगठन में काम करने के बाद मौका मिला है और उन्हें अपने दम पर चुनाव लड़ना चाहिए.''


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने 100 दिन के कामकाज की जानकारी भी प्रेस वार्ता में दी.