पटनाः महागठबंधन में सीट शेयरिंग की घोषणा हो गई है. महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी को 20 सीट दिए गए हैं. वहीं, पहले फेज के सीटों पर होने वाले चुनाव के प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी गई है. पहले फेज में नवादा सीट पर चुनाव होना है. नवादा लोकसभा सीट पर पूर्व विधायक राजवल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी को उम्मीदवार बनाया गया है. आरजेडी के इस फैसले के बाद सियासत तेज हो गई है. वहीं, माना जा रहा है कि राजवल्लभ यादव का प्रभाव आरजेडी में अभी भी बरकरार है.


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राजवल्लभ यादव आरजेडी से नवादा विधानसभा के विधायक रह चुके हैं. हालांकि एक नाबालिक से रेप कांड में दोषी पाए गए राजवल्लभ की विधायकी समाप्त हो गई है. कोर्ट द्वारा उन्हें दोषी ठहराए जाने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता खत्म कर दी गई है. वहीं, आरजेडी से उन्हें केवल निलंबित किया गया है.


वहीं, नवादा लोकसभा सीट से अब राजवल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी को टिकट दिया गया है. आरजेडी के इस फैसले से एनडीए निशाना साध रहा है. जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने सवाल खड़ा किया कि एक सजायाफ्ता की पत्नी को टिकट देकर पुरस्कृत क्यों किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने इलियास हुसैन के बेटे को भी टिकट देने पर सवाल खड़े किए.



आपको बता दें कि आरजेडी ने विधानसभा उप चुनाव के लिए डेहरी विधानसभा से इलियास हुसैन के बेटे मोहम्मद फिरोज को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, राजवल्लभ यादव के विधानसभा सीट नवादा को हम पार्टी को दिया गया है.


राजवल्लभा यादव को रेप कांड में दोषी पाए जाने के बाद आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. इसलिए माना जा रहा है कि वह अब चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. इसलिए आरजेडी ने उनकी पत्नी विभा देवी को टिकट दिया है. इससे साफ है कि आरजेडी ने राजवल्लभा यादव पर लगे आरोपों की अनदेखी करते हुए जातिगत आधार और उनके प्रभाव में आकर टिकट वितरण किया है.