नई दिल्लीः जेडीयू अध्यक्ष और सीएम नीतीश कुमार पर इन दिनों महागठबंधन के नेता तंज कस रहे हैं. जेडीयू के महागठबंधन में शामिल होने के बाद एनडीए में वापसी को लेकर चुनाव में निशाना साधा जा रहा है. महागठबंधन के सहयोगी दल कांग्रेस और आरजेडी दावा कर रही है कि नीतीश कुमार चुनाव के बाद एनडीए छोड़ देंगे. इसके बाद कुछ नेता इसे लेकर चुटकी भी ले रहे हैं.


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इस मामले में शरद यादव ने जीतन राम मांझी के बयान का समर्थन किया. जिसमें उन्होंने कहा कि चुनाव परिणामों के बाद हो सकता है कि नीतीश कुमार एनडीए से अलग हो जाएं. शरद यादव ने कहा कि नीतीश कुमार की फितरत है कि वह ज्यादा समय तक किसी के साथ नहीं रहते हैं. शायद इसी को ध्यान में रखकर जीतन राम मांझी ने ऐसा बयान दिया होगा.



वहीं, शरद यादव ने तेजप्रताप यादव को लेकर कहा कि उन्हें किसी ने जानबूझकर ऐसा नहीं किया कि तेजप्रताप को बोलने नहीं दिया जाना है. कभी-कभी कम समय के कारण भी ऐसा हो जाता है कि मंच पर सभी नेता नहीं बोल पाते हैं. समय की कमी के कारण कई बार ऐसा हो जाया करता है.


पूर्व केंद्रीय मंत्री और बिहार के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने ज़ी मीडिया से खास बातचीत करते हुए कहा कि तेज प्रताप को नहीं बोलने देने का मौका किसी ने जानबूझकर नहीं दिया है दरअसल समय की कमी के कारण कई बार ऐसा हो जाया करता है.


शरद यादव ने  बीजेपी पर निसाना भी साधा, उन्होंने कहा कि जिस तर्ज पर वर्तमान बीजेपी के नेता संविधान के अनुच्छेदों का अपमान कर रहे हैं उस व्यवस्था को ठीक करने में नई सरकार को काफी वक्त लग जाएगा.


यादव ने कहा कि अंतिम चरण के सभी आठ सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवार जीत रहे हैं.