भोपालः मध्य प्रदेश में भोपाल की पुरानी जेल को स्ट्रांग रूम बनाकर लोकसभा की ईवीएम मशीन को सुरक्षित कैद कर दिया गया है. पीठासीन की डायरी से मिलान कर स्ट्रांग रूम को सील कर दिया गया है, जो अब कल मतलब 23 मई को खुलेगा. ऐसे में बार-बार ईवीएम पर उठ रहे सवालों के चलते स्ट्रांग रूम में 29 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं, जिनका कनेक्शन बाहर लगी एलसीडी से किया गया है. ईवीएम की सुरक्षा के लिए स्ट्रांग रूम के आसपास सीआरपीएफ के जवानों की तैनाती की गई है. ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो. जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर द्वारा तैनात किए गए ये कर्मचारी सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक, शाम 4 बजे से रात 12 बजे तक और रात 12 बजे से सुबह के 8 बजे तक राउंडवार ड्यूटी करेंगे. 


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ईवीएम की सुरक्षा में लगाई गई सिक्योरिटी के बारे में बताते हुए भोपाल के कलेक्टर एस खाड़े ने बताया कि 'ईवीएम स्ट्रांग रूम के आस-पास त्रिस्तरीय सुरक्षा का इंतजाम किया गया है. काउंटिंग के दिन सभी काउंटिंग एजेंट, पोलिंग एजेंट और उम्मीदवारों को तलाशी के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा. इस दौरान ईवीएम का मूवमेंट और मतों की गिनती भी पुलिस और सीसीटीवी निगरानी में ही की जाएगी.'


भोपाल: EVM विवाद के बीच देर रात अचानक स्ट्रांग रूम देखने पहुंचे दिग्विजय सिंह



बता दें बीती रात को भोपाल की पुरानी जेल में बने स्ट्रांग रूम में बुधवार देर रात 40 सेकंड तक सीसीटीवी कैमरा बंद होने के कारण बीजेपी प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर और दिग्विजय सिंह के समर्थकों ने हंगामा कर दिया. प्रशासन ने बीजेपी और कांग्रेस के एक-एक प्रतिनिधि को स्ट्रांग रूम में अंदर ले जाकर ईवीएम दिखाई, जिसके बाद मामला शांत हुआ. वहीं सीसीटीवी कैमरा बंद होने की खबर मिलते ही बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा और कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह भी ईवीएम की सुरक्षा का जायजा लेने भोपाल की पुरानी जेल पहुंचे. जहां साध्वी प्रज्ञा 40 मिनट तक वहीं मौजूद रहीं और कार्यकर्ताओं से चर्चा करती रहीं.