हैदराबाद: राजमपेट आंध्र प्रदेश की 25 सीटों में से एक है. लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण में 11 अप्रैल को यहां मतदान हो चुका है. 2014 के लोकसभा चुनाव में वाईएसआर कांग्रेस के पीवी मिधुन रेड्डी को जीत मिली थी. पार्टी ने फिर से उन पर भरोसा जताया है. रेड्डी ने 174,763 वोटों के भारी अंतर से बीजेपी उम्मीदवार दग्गुबती पुरंदेश्वरी को हराया था.


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टीडीपी ने उम्मीदवार नहीं उतारा था. राजमपेट लोकसभा सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला है. इस सीट पर वाईएसआर कांग्रेस, टीडीपी और टीडीपी के बीच मुकाबला है. कांग्रेस ने एम शाहजहां बाशा को टिकट दिया है. टीडीपी की ओर से डीए सत्यप्रभा को मैदान में उतारा है. जनसेना पार्टी ने भी इस सीट से मुस्लिम कैंडिडेट को टिकट दिया है. पार्टी ने सैयद मुकर्रम को उम्मीदवार बनाया है. 


कभी कांग्रेस का गढ़ थी यह सीट  
राजमपेट सीट कभी कांग्रेस का गढ़ थी. 1957 में पहली बार यहां आम चुनाव हुआ जिसमें कांग्रेस ने जीत हासिल की. हालांकि अगली बार वह अपनी सीट गंवा बैठी और 1962 स्वतंत्र पार्टी ने यह सीट जीत ली. हालांकि 1967 से 1980 तक कांग्रेस का यहां पर कब्जा रहा. 1984 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को एक बार फिर से मुंह की खानी पड़ी. 


 



1989 में कांग्रेस ने फिर की वापसी
1989 में एक बार फिर से कांग्रेस ने वापसी की और लगातार चार बार जीत दर्ज की. 1999 में एक बार फिर से टीडीपी यह सीट अपनी झोली में डालने में कामयाब रही. 2004 और 2009 में कांग्रेस यहां से जीती. 2014 में पूरे समीकरण बदल गए. वाईएसआर कांग्रेस ने बीजेपी और कांग्रेस को जबर्दस्त धूल चटाते हुए आश्चर्यजनक ढंग से विजय श्री पाई. 2014 में YSR कांग्रेस पार्टी के पीवीएम रेड्डी ने 1 लाख 74 हजार 762 वोटों के भारी अंतर से जीत पाई.  उन्हें 6 लाख 01 हजार 752 वोट मिले. दूसरे स्थान पर बीजेपी के डी पुरंदेश्वरी रहे जिन्होंने 4 लाख 26 हजार 990 वोट मिले.