Video: EVM स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर टीम दिग्विजय और टीम साध्वी ने खेली अंताक्षरी, गाए ये गाने...
दोनों दल एक-दूसरे को अच्छे से पहचानने लगे हैं और सब में दोस्ती भी हो गई है. 9 दिनों से कांग्रेस EVM स्ट्रॉन्ग रूम की निगरानी कर रही है और बीजेपी चौकीदारी में लगी है. हमारे बीच मतभेद हैं, लेकिन मनभेद नहीं. पिछले 9 दिनों से हम साथ खाते-पीते हैं और गेम खेलकर टाइम पास करते हैं.
भोपालः लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के नतीजे 23 मई को घोषित कर दिए जाएंगे. ऐसे में जब से चुनाव संपन्न हुए हैं, सभी राजनीतिक दल ईवीएम को लेकर चिंतित दिखाई दे रहे हैं और लगातार इसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहे हैं. जिसके चलते स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर प्रत्येक राजनीतिक दलों ने अपने-अपने कार्यकर्ताओं को तैनात किया है. ऐसे में कई दिनों से EVM स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर बैठे इन कार्यकर्ताओं के बीच अब आपसी भाई चारा देखने को मिल रहा है. जहां दोनों ही दलों के कार्यकर्ता आपस में अंताक्षरी खेलकर टाइम पास करते हैं.
भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने दो टीमें बनाई हैं, जिनमें एक टीम का नाम टीम दिग्विजय तो एक का टीम साध्वी प्रज्ञा ठाकुर है. दोनों टीम रात में टाइम पास करने के लिए आपस में अंताक्षरी खेलते हैं और गानों का मुकाबला करते हैं. स्ट्रांग रूम के बाहर अंताक्षरी खेलने को लेकर कार्यकर्ताओं का कहना है कि वह पिछले 13 मई से शिफ्ट वाइज ड्यूटी कर रहे हैं और 9 दिनों के लंबे समय के बाद अब दोनों दल एक-दूसरे को अच्छे से पहचानने लगे हैं. और सब में दोस्ती भी हो गई है. 9 दिनों से कांग्रेस EVM स्ट्रॉन्ग रूम की निगरानी कर रही है और बीजेपी चौकीदारी में लगी है. हमारे बीच मतभेद हैं, लेकिन मनभेद नहीं. पिछले 9 दिनों से हम साथ खाते-पीते हैं और गेम खेलकर टाइम पास करते हैं.
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कार्यकर्ताओं के मुताबिक '13 मई से ईवीएम की निगरानी कर रहे हैं. ऐसे में जब हम दिन भर साथ रहते हैं तो बिना किसी कड़वाहट के रहने की कोशिश करते हैं.' बता दें भोपाल ही नहीं अन्य कई जगहों पर भी विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं के बीच इस तरह का भाईचारा देखने को मिल चुका है. खंडवा में भी एक ऐसा ही नजारा देखने को मिला था, जहां कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ता साथ-साथ खाते-पीते हैं और गेम खेलकर टाइम पास करते हैं. इसके साथ ही खंडवा स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर निगरानी कर रहे ये कार्यकर्ता चाय पर चर्चा भी करते हैं. ऐसी ही तस्वीरें आगरा, चंड़ीगढ़, मेरठ, गाजीपुर, लखनऊ से भी सामने आ चुकी हैं.