GK: आखिर वो कौन से देश हैं जहां कर्मचारियों को मिलती है Highest Salary?आप भी कर सकते हैं तगड़ी कमाई
Highest Paying Jobs: अगर आप दुनिया के किसी और मुल्क में बढ़िया पैसा कमाने के लिए जाना चाहते हैं, तो पहले यहां देख लीजिए कि कौन से ऑप्शन आपके लिए बेहतर रहेंगे, जहां जाकर आप अच्छा पैसा कमा सकते हैं.
High Salary Providing Countries: ज्यादातर युवाओं की ख्वाहिश होती है विदेशों में जाकर अच्छा पैसा कमाने की. हालांकि, यह जरूरी नहीं है कि जिस देश में आप नौकरी करने जा रहे हैं वहां आपको अच्छी ही सैलरी मिले. ऐसे में हम आपको इस आर्टिकल के जरिए कुछ ऐसे देशों के नाम बता रहे हैं, जहां पर कर्मचारियों को शानदार सैलरी दी जाती है. अगर आपका भी प्लान है दूसरे मुल्क में जाकर पैसा कमाने का तो यह खबर आपके काम की हो सकती है.
लक्जमबर्ग
पश्चिमी यूरोप में स्थित एक छोटा-सा देश है लक्जमबर्ग, जो अपने वर्कर्स को बढ़िया सैलरी देने के लिए जाना जाता है. इस देश में कर्मचारियों को औसतन सालाना सैलरी 65 हजार डॉलर यानी तकरीबन 48 लाख रुपये मिलती है.
नीदरलैंड
यूरोप का देश नीदरलैंड भी इस लिस्ट में शामिल है. इसकी राजधानी एम्स्टर्डम का नाम तो आपने सुना ही होगा, जो पूरी दुनिया में ग्लोबल सिटी के तौर पर जानी जाती है. यहां औसतन सालाना सैलरी 54 हजार डॉलर यानी करीब 40 लाख रुपये है.
ऑस्ट्रेलिया
खूबसूरत समुद्री किनारों और जहरीले सांपों के लिए जाना जाने वाला ऑस्ट्रेलिया भी आर्थिक तौर पर बेहद संपन्न है. यह देश भारतीय युवाओं की पहली पसंद में से एक है. इस देश में कर्मचारियों की औसतन सालाना सैलरी 53 हजार डॉलर यानी तकरीबन 39 लाख रुपये है.
नार्वे
यूं तो नार्वे अपने नैसर्गिक खूबसूरती और नजारों के लिए दुनिया भर में मशहूर है, लेकिन यहां की एक और खासियत है कि ये देश अपने कर्मचारियों को सबसे ज्यादा सैलरी देने के लिए जाना जाता है. जानकारी के मुताबिक यहां एवरेज सालाना सैलरी 51 हजार डॉलर यानी करीब 37 लाख रुपये मिलती है.
ऑस्ट्रिया
ऑस्ट्रिया मध्य यूरोप का एक छोटी-सी कंट्री है, लेकिन क्वालिटी ऑफ लाइफ और सिक्योरिटी के लिहाज से यह एक बढ़िया देश माना जाती है. यहां के कर्मचारियों की एवरेज सैलरी भी बहुत ज्यादा है. इस देश में लोगों को सालाना लगभग 50 हजार डॉलर यानी कि करीब 36 लाख रुपये सैलरी मिलती है.
बेल्जियम
इसके बाद आता है यूरोप का ही एक देश बेल्जियम, जहां कर्मचारियों की सैलरी बहुत ज्यादा होती है. जानकारी के मुताबिक यहां के कर्मचारियों की औसतन सालाना सैलरी 52 हजार डॉलर यानी करीब 38 लाख रुपये होती है.