UGC NET: ऐसे युवा जो भारत में किसी भी यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर नौकरी करना चाहते हैं, उन्हें तो पता ही होगा कि इसके लिए यूजीसी नेट (UGC NET) क्वालिफाई करना जरूरी होता है. वहीं, पहले ज्यादातर युवा केवल डॉक्टर, इंजीनियर या साइंटिस्ट बनने का सपना देखते थे, लेकिन दौर बदला और फिर से एक बार खुशी-खुशी युवा शिक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं. 


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यूजीसी नेट पास करने वालें ज्यादातर युवा या तो जेआरएफ (JRF) करते हैं या असिस्टेट प्रोफेसर का ऑप्शन चुनते हैं, लेकिन आपके पास और भी कई विकल्प है. आप पीएसयू में भी नौकरी कर सकते हैं. अब यूजीसी नेट परीक्षा पास करने के बाद आपके लिए एजुकेशन और रिसर्च के क्षेत्र में ढेरों विकल्प उपलब्ध हैं. यहां जानिए इनके बारे में...


यूजूसी नेट क्वालिफाई करने के फायदे
जूनियर रिसर्च फेलोशिप की योग्यता रखने वाले कैंडिडेट्स अपने पोस्ट ग्रेजुएट सबेजक्ट में रिसर्च कर सकते हैं. 
नेट कॉर्डिनेटर संस्थानों में यूनिवर्सिटी और कॉलेजों का चुनाव कर सकते हैं. 
जेआरएफ ऑफर के लिए एलिजिबलिटी पास करने वालों को दो फायदे होते हैं. पहला परमानेंट जॉब और दूसरा डॉक्टरेट की उपाधि मिलती है. 
आप किसी भी कॉर्पोरेट कंपनी में रिसर्च का काम कर सकते हैं. 
देश में कुछ ऐसे संगठन या कंपनी है जो रिसर्च के लिए जेआरएफ क्वालिफाइड लोगों की नियुक्ति करते हैं. 


आप पीएचडी में ले सकते हैं एडमिशन 
नेट जेआरएफ में पास करने वाले और पीएचडी में एडमिशन लेने वाले को 5 साल के लिए फैलोशिप दिया जाता है. पहले 2 साल के लिए 31,000 और हर महीने हाउस रेंट अलावेंस दिया जाता है. इसे बाद अगले 3 साल के लिए 35,000 और एचआरए दिया जाता है. हालांकि, स्कॉलरशिप की रकम संस्थानों के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं. इसके अलावा संबंधित यूनिवर्सिटी की पॉलिसी के मुताबिक सुविधाएं और ग्रांट दिया जाता है. 


यूजीसी नेट के लिए प्रमोशन के अवसर
1. जूनियर रिसर्च फेलो और सीनियर रिसर्च फेलो
2. प्रोजेक्ट फेलो और सीनियर प्रोजेक्ट फेलो
3. प्रोजेक्ट असिस्टेंट/एसोसिएट और सीनियर प्रोजेक्ट असिस्टेंट/एसोसिएट
4. राइटर, सीनियर राइटर
5. प्रोजेक्ट मैनेजर, प्रोजेक्ट हेड