नई दिल्ली : वकीलों के हड़ताल में शामिल होने से दिल्ली हाईकोर्ट में सोमवार को कामकाज बाधित हो गया। वकील जयपुर में अपने साथियों पर हुई पुलिस कार्रवाई और इसी महीने चंडीगढ़ में 20 वकीलों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने के विरोध में हड़ताल में शामिल हुए हैं। दिल्ली बार काउंसिल के प्रवक्ता राजीव खोसला ने कहा कि उच्च न्यायालय सहित सभी न्यायालयों में 11 मार्च को काम ठप रहेगा। पूरे देश के वकीलों ने जयपुर और चंडीगढ़ में वकीलों पर लाठीचार्ज के खिलाफ हड़ताल का निर्णय लिया। दोनों शहरों के वकील अपनी मांगों के समर्थन में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। दिल्ली शहर के छह जिला न्यायालयों के वकील भी हड़ताल में शामिल हैं। दिल्ली उच्च न्यायालय में केवल अस्थायी वकील मुकदमों की सुनवाई की अगली तारीख लेने के लिए न्यायालय में पेश हुए। उल्लेखनीय है कि छह मार्च को पुलिस ने जयपुर में विधानसभा के बाहर प्रदर्शन कर रहे वकीलों पर लाठी चार्ज के अलावा आंसू गैस के गोले दागे थे। वकील बेहतर भुगतान और सस्ते घर की मांग कर रहे थे। घटना में तकरीबन 30 वकील जख्मी हुए थे। चंडीगढ़ में पंजाब के पूर्व अतिरिक्त महान्यायवादी और उच्च न्यायालय के 19 वकीलों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इन सभी पर चार मार्च को एक पुलिसकर्मी की पिटाई करने और न्यायालय परिसर में सुरक्षा कक्ष को लूटने का आरोप लगाया गया है। खोसला ने आगे कहा कि पुलिस कार्रवाई से सारे देश के वकील खिन्न हैं। हम सरकार से गुहार लगाते हैं कि वह दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करे। भविष्य में शातिपूर्ण प्रदर्शन के खिलाफ बल प्रयोग से बाज आने के लिए पुलिस को जागरूक बनाने की जरूरत है। (एजेंसी)