वाराणसी : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता डा. मुरली मनोहर जोशी ने तीसरे मोर्चे के गठन की संभावनाओं को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि इसका कोई भविष्य नहीं है। डा. जोशी ने संवाददाताओं से सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव का जिक्र करते हुए कहा कि अवसरवादी गठबंधन या सत्ता की तिकड़म से देश की मौजूदा समस्याओं का हल नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि सपा नेता ने तीसरे मोर्चे के गठन के बारे मे विचार व्यक्त कर दिया, लेकिन यह नहीं बताया कि उसके घटक कौन.कौन होंगे और कार्यक्रम क्या होगा। डा. जोशी ने कहा कि भाजपा के विचार से गठबंधनों की नीति एवं कार्यक्रम बिल्कुल स्पष्ट होने चाहिए। घटक दलों में उसके कार्यक्रमों के बारे में आम सहमति होनी चाहिए और कम से कम पांच वर्ष तक उन कार्यक्रमों को चलाने के बारे में निर्णय होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले आठ सालों में देश की जो खस्ता हालत हुई है, उसका मुख्य कारण संप्रग के पास कोई सर्वसम्मत कार्यक्रम न होना है। इसलिए यह गठबंधन अनेक प्रकार के तनाव और दबाव से ग्रस्त रहा और दूसरी तरफ वह सरकार चलाने के लिए सीबीआई का दुरुपयोग करता रहा। उन्होंने कहा कि एक तरफ घटक दल मांगे पेश करते थे और दूसरी तरफ सरकार सीबीआई की तलवार लटका देती थी। देश इसमें झूलता रहा, आम आदमी तड़पता रहा, मंहगाई बढ़ती रही, आंतरिक सुरक्षा असहाय बनी रही और विदेश नीति भी इसी तनाव के परवान चढ़ गयी। इसके उलट अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाला गठबंधन एक सर्वसम्मत कार्यक्रम पर आधारित था और पूरे कार्यकाल तक कार्यक्रम का प्रामाणिकता के साथ पालन किया गया। (एजेंसी)