नई दिल्ली : राहुल गांधी चूंकि लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा जल्दी करना चाहते हैं, इसलिए समझा जाता है कि कांग्रेस इस महीने के अंत तक 150 से 200 उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दे सकती है। लोकसभा के चुनाव अप्रैल-मई में हो सकते हैं और इस फैसले से उम्मीदवारों को चुनावी तैयारियों के लिए कम से कम तीन महीने का समय मिल जाएगा। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि 17 जनवरी को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठक के फौरन बाद उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने का काम शुरू हो जाएगा। इस काम में करीब से जुड़े एआईसीसी के एक पदाधिकारी ने कहा, ‘एआईसीसी की बैठक के फौरन बाद पार्टी की छानबीन समितियां उम्मीदवारों के चयन के लिए बैठकें करना शुरू कर देंगी और महीने के अंत में 100 से कहीं ज्यादा उम्मीदवारों के नामों पर फैसला कर लिया जाएगा।’ विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की कार्रवाई योजना तैयार करने के इरादे से कुछ वर्ष पूर्व गठित ए के एंटनी समिति ने सिफारिश की थी कि चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन मतदान से कम से कम कुछ माह पहले किया जाना चाहिए। इन सिफारियों को लागू करने का प्रयास कई बार किया गया, लेकिन टिकटों के बंटवारे को लेकर मचने वाली मारकाट के कारण और इसी तरह के कई कारणों से उम्मीदवारों का चयन समिति की सिफारिशों के अनुरूप नहीं हो पाता। सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी चाहते हैं कि उम्मीदवारों को लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए पर्याप्त समय दिया जाए। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार की एक वजह यह भी मानी जा रही है कि उम्मीदवारों के नामों का ऐलान काफी देर से किया गया, जिससे उम्मीदवारों को तैयारी के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पाया। (एजेंसी)