ईटानगर : अरुणाचल प्रदेश में भारत-तिब्बत सीमा सुरक्षा बल (आईटीबीपी) ने 2004 में तैनाती के बाद से चीनी पक्ष की तरफ से सीमा उल्लंघन नहीं होने दिया जिससे स्थानीय लोगों में सुरक्षा की भावना आई है। आईटीबीपी के कमांडेंट अंगद प्रसाद यादव ने कल रात यहां संवाददाताओं से कहा कि आईटीबीपी को 2़004 में जब से अरूणाचल प्रदेश की सीमा सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है तब से दूसरी तरफ से कभी भी अंतरराष्ट्रीय सीमा का उल्लंघन नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि जब भी सीमा उल्लंघन का प्रयास किया गया आईटीबीपी के जवानों ने इसका विरोध किया और उन्हें (उल्लंघन करने वालों को) पकड़ा। यादव ने कहा कि हमारे सुरक्षाकर्मी अरूणाचल प्रदेश में देश की पूर्वोत्तर सीमा की तत्परता से रक्षा कर रहे हैं जिससे स्थानीय लोगों में सुरक्षा की भावना बढ़ी है। उन्होंने कहा कि आईटीबीपी पहाड़ों के लिए प्रशिक्षित बल है और अधिकतर अधिकारी और जवान पहाड़ों के लिए प्रशिक्षित हैं। यादव ने कहा कि 18500 फुट से अधिक उंचाई वाले कठिन इलाकों में बल के लिए कार्य करना कभी बाधा नहीं रहा। सीमा सुरक्षा के अलावा आईटीबीपी के जवान बीओपी एवं राज्य के संवेदनशील स्थानों की भी सुरक्षा कर रहे हैं । वे वीआईपी को भी सुरक्षा प्रदान करते हैं। सेक्टर मुख्यालय में बम खोजी एवं बम निष्क्रिय दस्ता भी है। (एजेंसी)