नई दिल्ली : भारतीय कप्तान भरत छेत्री ने लंदन ओलंपिक खेलों में हॉकी टीम के लचर प्रदर्शन के लिए किसी एक खिलाड़ी की अंगुली नहीं उठाई और इसकी जगह आगे बढ़कर दोष स्वीकार करते हुए कहा कि पूर्व चैम्पियन टीम लंदन में अपनी क्षमता का 30 से 35 प्रतिशत ही खेली। आठ बार का स्वर्ण पदक विजेता भारत हाल में संपन्न लंदन ओलंपिक की हॉकी स्पर्धा में 12 टीमों में अंतिम स्थान पर रहा जिसके कारण भारतीय कप्तान को देशवासियों से माफी मांगी पड़ी। छेत्री ने लंदन से लौटने के बाद कहा, हॉकी टीम खेल है। इसलिए हम किसी एक खिलाड़ी को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते। टीम की ओर से मैं देश के सभी हाकी प्रेमियों से उन्हें निराश करने के लिए माफी मांगना चाहता हूं। उन्होंने कहा, टीम में क्षमता थी लेकिन हम मौका आने पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। ओलंपिक में खेलना सभी खिलाड़ियों का सपना होता है लेकिन हमारे सारे प्रयास बर्बाद गए। हम अपनी क्षमता का केवल 30 से 35 प्रतिशत खेले। लंदन खेलों का रजत पदक जीतने वाले हालैंड के खिलाफ शुरूआती मुकाबले के अलावा भारतीय टीम ने बाकी सभी मैचों में लचर प्रदर्शन किया और उसे अपने सभी मैचों में शिकस्त का सामना करना पड़ा। भारत हालैंड से भी 2-3 से हार गया था लेकिन इससे पहले उसे इस टीम को कड़ी चुनौती दी थी। यह पूछने पर कि टीम के प्रदर्शन में क्या गलत हुआ, छेत्री ने कहा, हम एक टीम के रूप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। हमने मैच दर मैच गलतियों को दोहराया। आक्रामक हाकी खेलने के बावजूद हम गोल करने में नाकाम रहे। उन्होंने कहा, हमें ओलंपिक में अच्छे प्रदर्शन का भरोसा था। लड़कों में विश्वास था। हम हालैंड के खिलाफ अच्छा खेले लेकिन इस मैच के बाद हम बिखर गए। (एजेंसी)