नई दिल्ली/बेंगलुरु: तेरह विधायकों द्वारा विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने की घोषणा के बाद राजनीतिक संकट में फंसी कर्नाटक सरकार के मुखिया जगदीश शेट्टार ने सोमवार को पार्टी प्रमुख राजनाथ सिंह से मुलाकात की। सिंह ने विश्वास जाहिर किया है कि प्रदेश सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। कर्नाटक में भाजपा सरकार ने 13 बागी विधायकों के खिलाफ जवाबी हमला भी बोल दिया है और ‘पार्टी विरोधी ’ गतिविधियों के लिए उन्हें सदन की सदस्यता से अयोग्य करार दिए जाने के लिए याचिका दाखिल करने का फैसला किया है। कर्नाटक भाजपा सूत्रों ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष के जी बोपैय्या को एक याचिका सौंपी जाएगी, जिसमें पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए इन विधायकों को सदन की सदस्यता के अयोग्य करार दिए जाने की मांग होगी। उधर राष्ट्रीय राजधानी में शेट्टार ने पार्टी प्रमुख राजनाथ सिंह से मुलाकात की और बीएस येदियुरप्पा के वफादार 13 पार्टी विधायकों के इस्तीफे की घोषणा के मद्देनजर भावी कार्रवाई पर विचार विमर्श किया। शेट्टार ने मुलाकात के बाद कहा कि अभी तक, किसी विधायक ने इस्तीफा नहीं दिया है। इसलिए हमें इंतजार करना होगा कि क्या हो रहा है। देखते हैं क्या होता है। मुख्यमंत्री ने हालांकि कहा कि भाजपा प्रमुख बनने के बाद सिंह के साथ उनकी यह ‘शिष्टाचार मुलाकात’ थी और वह कर्नाटक के लिए नए नेता की ‘शुभकामनाएं’ लेने आए थे। सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं ने दक्षिण भारत में पहली भाजपा सरकार के भविष्य पर चर्चा की। राज्य के संकट के बारे में पूछे जाने पर सिंह और शेट्टार दोनों ने विश्वास जताया कि भाजपा सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। मुलाकात के बाद सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि कर्नाटक सरकार में कोई संकट नहीं है । हमारी कर्नाटक सरकार निश्चित रूप से अपना कार्यकाल पूरा करेगी। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने मुख्यमंत्री को कोई सुझाव दिया, सिंह ने कहा कि शेट्टार को कोई सुझाव दिए जाने की जरूरत नहीं है। सिंह ने कहा कि वह बहुत बुद्धिमान हैं, बेहद तीक्ष्ण बुद्धि वाले और बहुत आत्मविश्वासी मुख्यमंत्री हैं। बीती शाम कल हुबली से विशेष विमान के जरिए यहां पहुंचे शेट्टार मुलाकात के तुरंत बाद बेंगलूर के लिए रवाना हो गए। सिंह ने बीते शुक्रवार को शेट्टार से कहा था कि वह भाजपा के सिद्धांतों से समझौता नहीं करें, भले ही दक्षिणी राज्य में सरकार के अस्तित्व को ही खतरा क्यों न पैदा हो जाए। पार्टी ने कहा है कि उसे संकट से उबरने की उम्मीद है। गौरतलब है कि कर्नाटक जनता पार्टी प्रमुख येदियुरप्पा के वफादार 13 विधायक विधानसभा की सदस्यता से अपने इस्तीफे सौंपने के लिए बीते बुधवार विधान सभा अध्यक्ष के जी बोपैय्या से मिलने गए थे। लेकिन बोपैय्या के मौजूद नहीं होने के कारण उन्होंने बाद में अपने इस्तीफे की प्रतियां राज्यपाल एच आर भारद्वाज को सौंपी थी। 225 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में बोपैया को छोड़कर भाजपा के 117 सदस्य हैं और उसे साधारण बहुमत के लिए 113 की जरूरत है। कांग्रेस के 71 और जनता दल-एस के 26 सदस्य हैं। सदन में सात निर्दलीय तथा दो पद रिक्त हैं। एक सदस्य नामित है। भारद्वाज ने 26 जनवरी को कहा था कि जगदीश शेट्टार सरकार के पास अभी भी बहुमत है और भाजपा विधायक दल का नेता होने के नाते शेट्टार को ही 13 विधायकों के इस्तीफे के मुद्दे पर कार्रवाई करनी है। (एजेंसी)