लेह/नई दिल्ली : चीनी सैनिकों द्वारा दो दिनों में दूसरी बार लद्दाख के चुमार क्षेत्र में अन्य बिंदु से घुसपैठ करने से यह गतिरोध और गहरा गया है।


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आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के करीब 50 जवान प्वाइंट 30आर पर नौ वाहनों में सवार होकर पहुंचे। इससे पहले चुमार इलाके में ही एक पहाड़ी पर करीब 35 चीनी जवान पहले से डेरा डाले हैं। चुमार लद्दाख के उत्तर पूर्व में 300 किलोमीटर दूर स्थित है।


सूत्रों ने बताया कि चीनी सैनिक तुरंत वाहनों से उतरे और भारतीय सेना की मौजूदगी से महज 100 मीटर की दूरी पर अपने को तैनात कर लिया। भारतीय सेना ने गुरुवार रात को चीन की पीएलए के जवानों के खुद ब खुद अपनी सीमा की ओर लौटने के बाद भी पूरी तरह इलाका नहीं छोड़ने का फैसला किया था।


चुमार में 30-आर चौकी पर पीएलए के जवान अकसर आते रहे हैं। भारतीय सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर इस प्रमुख चौकी पर निगरानी रखती है और यह भारत को सीमाक्षेत्र में काफी अंदर तक चीन की गतिविधियों पर नजर रखने का अवसर देती है। सूत्रों ने कहा कि पीएलए के करीब 35 अन्य जवान परसों रात लौटने के बाद कल सुबह चुमार में एक दूसरी जगह चले गये थे। वे लगातार दूसरे दिन आज वहां मौजूद रहे।


सूत्रों के मुताबिक चीनी हेलीकॉप्टर अपने जवानों के लिए खाने के पैकेट गिरा रहे हैं लेकिन उन्होंने अभी तक वायु क्षेत्र का उल्लंघन नहीं किया है। सूत्रों ने कहा कि गुरुवार रात को चीनी जवानों की वापसी के बाद इलाके से अपने क्रियाकलापों को कम करने की शुरुआत कर चुकी भारतीय सेना ने गतिरोध की आशंका के चलते एक बार फिर खुद को तैयार करते हुए अपने तंबू लगाने शुरू कर दिये हैं।


इस इलाके में रविवार को तनाव उपजा था जब चीन की ओर सड़क निर्माण कर रहे कुछ चीनी मजदूरों ने भारतीय क्षेत्र में घुसना शुरू कर दिया और यह दावा भी किया कि उन्हें भारतीय क्षेत्र में पांच किलोमीटर अंदर तिबले तक सड़क बनाने के निर्देश हैं।


भारतीय सेना ने चीनी मजदूरों से कहा कि वे इलाका छोड़ दें अन्यथा उन पर देश में गैरकानूनी तरीके से घुसने के मामले में भारतीय कनूनों के तहत मुकदमा चलाया जाएगा।